नई दिल्ली। दुनिया को सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत रेकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के साथ ही सभी क्रिप्टोकरेंसीज की टोटल मार्केट वैल्यू पहली बार एक लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंच गई है। बिटकॉइन की कीमत गुरुवार को पहली बार 40 हजार डॉलर के पार पहुंच गई। पिछले साल मार्च में इसकी कीमत 3850 डॉलर पर आ गई थी लेकिन उसके बाद से इसमें 900 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है।
स्टीम्युलस पर भारी खर्च से महंगाई बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है जिससे निवेशक बिटकॉइन का रुख कर रहे हैं। मेनस्ट्रीम इनवेस्टर्स के बीच बिटकॉइन की लोकप्रियता बढ़ रही है। इस क्रिप्टोकरेंसी के प्रति उनका भरोसा बढ़ता जा रहा है। ब्लॉकचेन के बारे में निवेशकों को डेटा देने वाली फर्म चेनलिंक के फाउंडर सर्गेई नजारोव ने कहा कि परंपरागत संस्थाओं में भरोसे की कमी के कारण क्रिप्टोकरेंसीज में तेजी आ रही है। नजारोव ने कहा कि इंडस्ट्री के बाहर के लोग इसे उपलब्धि मान सकते हैं कि किप्टोकरेंसी मार्केट की वैल्यू एक लाख करोड़ डॉलर पहुंच गई है। लेकिन हमारे लिए यह अभी शुरुआती दौर है।
दूसरे एसेट्स पर भारी
क्रिप्टो लैंडर Nexo के को-फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर एंटनी ट्रेनचेव के मुताबिक बिटकॉइन ने उम्मीदों से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है और इन पर संदेह जताने वालों को करारा जवाब दिया है। इसने दूसरी सभी एसेट्स को कहीं पीछे छोड़ दिया है। CoinMarketCap के मुताबिक सभी क्रिप्टोकरेंसीज का मार्केट कैप गुरुवार को 10 फीसदी बढ़कर 1.042 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया। क्रिप्टोकरेंसीज के टोटल मार्केट कैप में बिटकॉइन की हिस्सेदारी 69 फीसदी है। इसके बाद Ethereum की सबसे अधिक 13 फीसदी हिस्सेदारी है। Ethereum भी गुरुवार को 1287.69 डॉलर पर पहुंच गई जो जनवरी 2018 के बाद इसके उच्चतम स्तर है।
सोने को खतरा
बिटकॉइन सोने के लिए खतरा बनकर उभरी है। अगस्त में सोना चरम पर पहुंच गया था लेकिन उसके बाद से इसमें करीब 10 फीसदी के गिरावट आ चुकी है। इस गिरावट का कारण बिटकॉइन को ही माना जा रहा है। इनवेस्टमेंट बैंक JPMorgan ने मंगलवार को कहा कि अगर सुरक्षित निवेश के तौर पर बिटकॉइन की प्रामाणिकता साबित होती है तो इसकी कीमत 146000 डॉलर तक जा सकती है।
क्या है बिटकॉइन?
बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरंसी है। ‘क्रिप्टो’ का मतलब होता है ‘गुप्त’। यह एक डिजिटल करंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर काम करती है। इसकी सबसे खास बात ये है डिजिटल होने की वजह से आप इसे छू नहीं सकते। बिटकॉइन की शुरुआत 2009 में हुई थी। बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ रही है। गुरुवार सुबह के हिसाब से इसकी कीमत करीब 8.31 लाख को क्रॉस कर चुकी है। यह एक तरह की डिजिटल करंसी है। इसकी शुरुआत एलियस सतोशी नाम के शख्स ने की थी।
बिटकॉइन कैसे करती है काम?
बिटकॉइन विशेषज्ञ हितेश मालवीय बताते हैं कि बिटकॉइन वर्चुअल कॉइन हैं, जो अपनी कीमत बनाने और बढ़ाने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इस तरह पैसों के लेन-देन के लिए आपकों बैंकों तक जाने की जरूरत नहीं है। अगर किसी भी व्यक्ति के पास बिटकॉइन है, तो इसकी कीमत और वैल्यू ठीक उसी तरह मानी जाएगी जैसे ईटीएफ में कारोबार करते समय सोने की कीमत मानी जाती है। इस बिटकॉइन से आप ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं और इसे निवेश के रूप में भी संभाल कर रख सकते हैं। बता दें कि ये बिटकॉइन एक पर्सनल ई-वॉलेट से दूसरे पर्सनल ई-वॉलेट में ट्रांसफर भी किए जाते हैं। ये ई-वॉलेट्स आपका निजी डेटाबेस होते हैं, जिसे आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या किसी ई-क्लाउड पर स्टोर करते हैं।