बारां। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जयपुर की टीम ने रिश्वत के मामले में बारां के पूर्व जिला कलेक्टर इंद्रसिंह राव को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने अपने पीए के जरिए रिश्वत ली थी। पीए को 9 दिसंबर को कोटा एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया था, एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई है। गौरतलब है कि राव पर अपने पीए महावीर के माध्यम से पेट्रोल पंप की एनओसी जारी करने के लिए 1 लाख 40 हजार रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है।
कोटा एसीबी ने इन्द्रसिंह राव के विरुद्ध धारा 7, 7ए पीसी एक्ट एवं 120 बी आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर किया था। एसीबी के अनुसार पीए महावीर ने पूछताछ में कलक्टर के लिए रिश्वत लेना कबूल किया था। जांच में बारां कलक्टर रहे राव की संलिप्तता के कई अहम सबूत मिले थे। पीए ने कलक्टर के कहने पर 1.40 लाख की रिश्वत ली थी। इसमें कलक्टर का हिस्सा एक लाख रुपए का तथा 40 हजार रुपए पीए के बताए गए थे।
जांच पड़ताल में एसीबी ने कलक्टर कार्यालय कक्ष, पीए कक्ष व राजस्व शाखा में कई फाइलों को खंगाला था। उन फाइलों को कब्जे में लिया है, जिससे रिश्वत के मामले की जांच को सही दिशा मिल सके। कलक्टर के पीए महावीर नागर को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
एसीबी के शिंकजे में फंसे बारां जिले के कलक्टर रहे इंद्रसिंह राव राजस्थान प्रशासनिक सेवा 1989 बैच के अफसर हैं। 31 साल के कार्यकाल में राव अब तक 6 बार अलग-अलग मामलों में एपीओ हो चुके हैं। वहीं, एक बार उन्हें सस्पेंड भी किया जा चुका है। राव 1999 में पहली बार एपीओ किए गए। इसके बाद 2004, 2005, 2008, 2011 और अब 2020 में छठी बार एपीओ किए गए।