इंदौर । इंदौर की 22 कंपनियों, फर्मों और कारोबारियों को फर्जी बिल बनाने और बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल करने के मामले में संदिग्ध सूची में डाल दिया गया है। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ एनालिटिक्स एंड रिस्क मैनेजमेंट (डीजीएआरएम) ने देशभर की ऐसी कंपनियों, फर्मों और कारोबारियों की सूची जारी की है।
फर्जीवाड़ा कर रही कुल 9,757 फर्मों और कारोबारी संस्थानों के नाम केंद्र और राज्य के जीएसटी विभागों को भेजकर इनके रिटर्न की बारीकी से जांच करने और निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीएआरएम की ओर से केंद्रीय जीएसटी विभाग को विभागीय पत्र के रूप में ऐसी संदिग्ध कंपनियों और फर्मों की सूची भेजी गई थी। डीजीएआरएम की यह सूची सोशल मीडिया पर लीक होने के बाद सार्वजनिक हो गई है।
सूची में इंदौर के अलावा भोपाल और ग्वालियर के भी 80 से ज्यादा कारोबारी संस्थानों के नाम हैं। जीएसटी विभागों को निर्देश दिया गया है कि ऐसी ज्यादातर कंपनियों फर्मों ने जीएसटी के थ्री-बी रिटर्न या तो जमा नहीं किए या फिर शून्य सप्लाय के रिटर्न जमाकर फर्जीवाड़ा कर रही है। संदिग्ध फर्मों से जुड़े टैक्स क्रेडिट प्रकरण आने से पहले हर रिटर्न और बिल आदि का भौतिक सत्यापन भी किया जाए।
डीजीएआरएम के अनुसार तमाम निर्यातकों और सप्लाय चेन की जांच के बाद इन नामों तक पहुंचा गया है। संदिग्ध कंपनियों के खिलाफ क्षेत्रीय जीएसटी इंटेलीजेंस में प्रकरण भी दर्ज हो चुके हैं। मामले में इंदौर के जीएसटी विभाग का कहना है समय-समय पर डीजीएआरएम ऐसे संदिग्ध संस्थानों की सूचना विभागों को भेजता रहता है। हालांकि यह पहली बार है जब विभागों के लिए भेजा गया आंतरिक पत्र लीक होकर सार्वजनिक हो गया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक अब तक ऐसी 100 से ज्यादा फर्मों का पता लगाया जा चुका है। स्थानीय विभागों ने भी दिल्ली तक फर्जीवाड़े में शामिल फर्मों की सूची भेज दी है।
ये हैं इंदौर के नाम
पूजा ट्रेडर्स, श्याम ट्रेडर्स, कृष्णा ट्रेडर्स, श्रीकृष्णा सेल्स कॉर्पोरेशन, एमजे इंटरप्राइजेस, अल्फा इंटरप्राइजेस, सीताराम ट्रेडिंग कंपनी, मीनाज इम्पेक्स, कोहिनूर इंटरप्राइजेस, एमवी ट्रेडर्स, सिद्धार्थ स्टील, केआर भूतड़ा, न्यू सरदार स्टील, कृष्णा मेटल कंपनी, एमआई डिस्पोजल, सनशाइन पॉवर, काव्या ट्रेडर्स, एमपी वूलवन, समीर इंडस्ट्रीज, पायरोल फ्यूल इंडिया, सत्यसाईं इंटरप्राइजेस, एसके स्टील।