नई दिल्ली। कोरोना के कारण लोगों का रुझान पर्सनल मोबिलिटी की तरफ बढ़ गया है। मारुति सुजुकी इंडिया के मुताबिक, पहली बार कार खरीदाने वालों के साथ अतिरिक्त कार खरीदने वाले ग्राहकों का प्रतिशत कोविड-19 (covid-19) महामारी के बीच बढ़ गया है क्योंकि ग्राहक पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बजाए खुद का वाहन खरीदना पसंद कर रहे हैं।
कंपनी का यह भी मानना है कि जुलाई में वाहन की बिक्री में सुधार हुआ है, लेकिन त्योहारी सीजन के लिए दृष्टिकोण इस बात पर निर्भर करेगा कि स्वास्थ्य संकट कैसे खत्म हो रहा है, और लॉन्ग-टर्म व्हीकल की मांग भी अर्थव्यवस्था के मूल सिद्धांतों पर बहुत कुछ निर्भर करेगी।
कार एक्चेंज कराने वाले ग्राहकों की कमी
कंपनी ने बताया कि, “फर्स्ट-टाइम कार खरीदने वालों का आंकड़ा बढ़ा है जबकि कार रिप्लेस करने वालों का आंकड़ा नीचे हुआ है। इसका मतलब है कि एक्सचेंज करने वाले ग्राहक कम हुए हैं। हालांकि, अतिरिक्त कार खरीदने वाले भी बढ़े है, क्योंकि उन्हें जरूरत के कारण खरीदरी करने पड़ रही है।”
इसके पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने कहा, “मतलब है कि लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बजाए खुद के वाहन से सफर करना पसंद कर रहे हैं। साथ ही साथ उनकी आय का स्तर भी संभवत: कुछ समय के लिए कम हुआ है। इसलिए, ट्रेंड उस तरफ जा रहा है, जिसे हम ‘टेलीस्कोपिंग ऑफ डिमांग डाउनवर्ड’ कहते हैं। जो लॉजिकल और सहज है।
जुलाई में मिनी सेगमेंट की 17,258 कारें बिकी
जुलाई में, ऑल्टो और एस-प्रेसो सहित कंपनी के मिनी सेगमेंट की कारों की बिक्री पिछले साल के इसी महीने में 11,577 यूनिट्स के मुकाबले 49.1 प्रतिशत बढ़कर 17,258 यूनिट्स रही, लेकिन कॉम्पैक्ट सेगमेंट में वैगनआर, स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर जैसे मॉडल शामिल थे। जिनकी बिक्री 51,529 यूनिट्स के साथ 10.4 फीसदी नीचे थी, जो साल भर पहले इसी महीने में 57,512 यूनिट्स थी। डोमेस्टिक पैसेंजर वाहन की बिक्री जुलाई 19 में 96,478 यूनिट थी, जो अब 1.3 % बढ़कर 97,768 यूनिट हो गई।