पीएम जन धन योजना/ 6 साल में 1.30 लाख करोड़ की डिपॉजिट

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मुंबई। प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएम जेडीवाई) के खातों की संख्या 40 करोड़ के पार पहुंच गई है। जबकि इसमें कुल जमा राशि का आंकड़ा 1.30 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यह जानकारी सरकार के एक विभाग द्वारा एक ट्वीट में दी गई है।

बता दें कि जन धन योजना की शुरुआत 6 साल पहले मोदी सरकार के कार्यकाल में की गई थी। यह एक वित्तीय साक्षरता की योजना है जिसमें जीरो बैलेंस की सुविधा है। ताजे आंकड़ों के मुताबिक इसमें कुल 40.5 करोड़ खाते 6 सालों में खोले गए हैं। साथ ही इसकी डिपॉजिट 1.30 लाख करोड़ रुपए रही है।

सरकार के वित्तीय सेवा विभाग के ट्वीट के मुताबिक, यह विश्व में फाइनेंशियल इंक्लूजन (वित्तीय साक्षरता) पहल का एक रिकॉर्ड है। कुल खाता इस स्कीम के तहत 40 करोड़ के पार हैं। सरकार देश के अंतिम छोर तक वित्तीय साक्षरता पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

देश के अंतिम छोर तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाने पर जोर
यह रिकॉर्ड उस समय हासिल हुआ है जब जल्द ही सरकार इस योजना की छठीं एनिवर्सरी मनाएगी। इस स्कीम को 28 अगस्त 2014 को लांच किया गया था। इसका उद्देश्य देश के अंतिम छोर तक बैंकिंग सुविधाओं को पहुंचाना था। पीएम जेडीवाई के तहत बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट खाते खोले जाते हैं। इसमें डेबिट कार्ड के रूप में रूपे कार्ड मिलता है। साथ ही ओवरड्राफ्ट भी मिलता है। इसमें कम से कम बैलेंस का नियम नहीं है।

2 लाख रुपए का मिलता है एक्सीडेंट बीमा कवर
इस स्कीम को गति देने के लिए सरकार ने 2018 में एक्सीडेंट बीमा कवर भी दिया। इसमें 2 लाख रुपए का बीमा कवर दिया गया था। जो खाते 28 अगस्त 2018 के बाद खोले गए हैं उन्हें एक लाख रुपए का बीमा कवर है। इसके अलावा ओवरड्राफ्ट सुविधा भी बढ़ाकर 10 हजार कर दी गई। यह पहले पांच हजार रुपए थी। जन धन योजना का 50 प्रतिशत से ज्यादा खाता महिलाओं के पास है।

योजना में मिला 500 रुपए महीना
इसमें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1,500 रुपए प्रति खाता तीन महीनों में मिलता है। यह सुविधा कोविड -19 में शुरू की गई थी। इस खाते के जरिए आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बैंक सुविधा देने का लक्ष्य रखा गया था। साथ ही इस खाते में सरकार की सभी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का भी लाभ मिलता है।