कोटा-बूंदी क्षेत्र के गांवों में पहुंचेगा घर-घर पानी, 41 करोड़ की योजना

0
685

बूंदी । कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के गांवों में पेयजल से जुड़ी समस्याएं दूर होने जा रही हैं। जल जीवन मिशन के तहत कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में पाइप लाइन के जरिए घर-घर पानी पहुंचाने की कार्य योजना पर काम शुरू हो गया है। जल्द ही 11 गांवों में घर-घर पानी पहुंचेगा। वहीं 27 गांवों को फ्लोराइडयुक्त पानी से मुक्ति मिल जाएगी। इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 41 करोड़ रुपए व्यय होंगे।

केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2024 तक भारत के सभी गांवों में पाइप लाइन के जरिए घर-घर तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में भी कई ऐसे गांव हैं, जहां अभी तक पाइप लाइन के जरिए घर तक पानी नहीं पहुंच पाया।

मिशन प्रारंभ किए जाने के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसदीय क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों के लिए पेयजल योजनाएं तैयार करवाने की कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया था।
उनके लगातार प्रयासों के बाद रामगंजमंडी के आसकली गांव में 3.42 करोड़ की लागत से पाइप लाइन के जरिए घर-घर तक पानी पहुंचाने की योजना शुरू हो गई है।

इसके अलावा दीगोद में 2.47 करोड़, बूढ़ादीत, ददियाखेड़ी, पाली में 4.63 करोड़, दरा में 6.21 करोड़, कनवास में 4.58 करोड़, झाड़ आमली पीसाहेड़ा में 3.05 करोड़, तलाव गांव में 4.74 करोड़ तथा भीमपुरा व में 4.40 करोड़ की पेयजल योजना को स्वीकृति मिल गई है। इन जगहों पर भी जल्द काम प्रारंभ हो जाएगा। काम पूरा होने के बाद इन गांवों में पाइप लाइन के जरिए घरों तक पानी पहुंचने लगेगा।

बूंदी के 7 गांवों की योजना तैयार
बूंदी जिले के 7 गांवों के लिए भी 25.25 करोड़ लागत से जल जीवन मिशन के तहत पेयजल योजना के प्रस्ताव तैयार हो गए हैं। इनमें तीरथ गांव में 3.22 करोड़, बड़ौदियां में 3.07 करोड़, सथूर में 5.87 करोड़, बड़ा नयागांव में 5.28 करोड़, दुगारी में 3.08 करोड़, रड़ीचड़ी में 2.59 करोड़ तथा करवर में 2.34 करोड़ की योजना शामिल है।