नई दिल्ली। कोरोना के कहर के बावजूद लगातार दूसरे सप्ताह घरेलू शेयर बाजार में तेजी बनी रही, लेकिन आगामी कारोबारी सप्ताह के दौरान बाजार पर भारत-चीन सीमा विवाद (India China Tension) को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में आई खटास का असर देखने को मिल सकता है। साथ ही, निवेशकों की नजर देश-विदेश में इस सप्ताह जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर बनी रहेगी जिनसे बाजार को दिशा मिलेगी। भारत-चीन सीमा पर पैदा हुए तनाव के बाद दोनों देशों के रिश्तों में आई खटास से द्विपक्षीय व्यापार प्रभावित होने का असर शेयर बाजार पर देखने को मिल सकता है।
इसके अलावा अन्य घरेलू कारकों और विदेशी संकेतों से भारतीय शेयर बाजार की चाल तय होगी। वहीं, अगले महीने के आरंभ में ऑटो कंपनियों की बिक्री के आंकड़े आने लगेंगे जबकि एक जुलाई यानी बुधवार को ही जून महीने के मार्किट मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े जारी होंगे। इसके बाद मार्किट सर्विसेस पीएमआई के आंकड़े सप्ताह के आखिर में शुक्रवार को जारी होंगे जिनका बाजार को इंतजार रहेगा।
ये सारी वजहें बाजार को करेंगी प्रभावित
इससे पहले मंगलवार को देश की प्रमुख पेट्रोलियम कंपनी ओएनजीसी बीते वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे जारी करेगी। उधर, चीन में जून महीने के एनबीएस मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े मंगलवार को जारी होंगे जबकि अमेरिका में मार्किट मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के जून महीने के आंकड़े बुधवार को जारी होंगे। अमेरिका में गैर कृषि क्षेत्र में जून महीने के रोजगार के आंकड़े भी इस सप्ताह गुरुवार को जारी होंगे। इनके अलावा भी कई आर्थिक आंकड़े विदेशों में जारी होंगे जिनका असर वैश्विक बाजार पर दिखेगा और भारतीय शेयर बाजार भी उससे प्रभावित रह सकता है।