कांग्रेस को माताओं की हाय, कोटा के बच्चों की चिंता करें गहलोत: शाह

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जोधपुर। केन्द्रीय गृहमंत्री एवं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को राजस्थान के जोधपुर में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में एक रैली को संबोधित किया। रैली के दौरान शाह ने कहा कि सीएए पर कांग्रेस ने वोटबैंक के लिए दुष्प्रचार किया, इसलिए बीजेपी को कानून के समर्थन में जनजागरण अभियान की शुरुआत करनी पड़ी।

रैली में शाह ने लोगों से बीजेपी के द्वारा सीएए का समर्थन जताने के लिए जारी किए गए टोल-फ्री नंबर पर मिस्ट कॉल भी कराई। इस दौरान शाह ने कोटा में मरने वाले बच्चों को लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पर भी निशाना साधा।

शाह ने कहा, ‘गहलोत साहब, हमने तो आपके घोषणा पत्र से एक पॉइंट उठाकर उसपर अमल कर लिया, और आप उसका विरोध कर रहे हैं। ये सब बात में करिएगा, कोटा में जो बच्चे हररोज मर रहे हैं उसकी चिंता कर लीजिए, माताओं की हाय लग रही है।’ उन्होंने कहा कि वोटबैंक की राजनीति की भी एक हद होती है लेकिन कांग्रेस ने वोटवैंक के लिए सावरकर जैसे बलिदानी का अपमान तक कर दिया।

नागरिकता देने का कानून है सीएए
शाह ने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि आज कांग्रेस, ममता दीदी, एसपी, बीएसपी, केजरीवाल और कम्युनिस्ट सारे लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं। मैं इन सारी पार्टियों को चुनौती देता हूं कि कहीं पर भी इस कानून पर चर्चा करने के लिए आ जाओ। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से हिंदू, सिख, जैन, पारसी, बौद्ध, ईसाई लोग, जो धर्म के आधार पर प्रताड़ित होकर आए हैं, उन्हें नागरिकता देने का कानून है। विपक्षी इसके खिलाफ एकजुट हो जाएं, लेकिन बीजेपी इस फैसले पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी।

टोल फ्री नंबर पर मिस्ट कॉल की अपील
रैली के दौरान अमित शाह ने लोगों से मोबाइल निकालकर बीजेपी के द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन जताने के लिए जारी किए गए टोल-फ्री नंबर 8866288662 पर मिस कॉल करने की भी अपील की।

उन्होंने कहा कि राहुल बाबा, ममता दीदी, केजरीवाल की टोली को जवाब देने के लिए अपने मोबाइल से 88662-88662 पर मिस्ट कॉल करके नरेन्द्र मोदी को नागरिकता संशोधन कानून के लिए अपना समर्थन दीजिए। शाह ने आगे कहा कि ये नरेन्द्र मोदी का शासन है, किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। बेशुमार अत्याचार के बाद जो यहां आए हैं, मोदी सरकार आप सभी को नागरिकता देकर भारतीय होने का गौरव प्रदान करने जा रही है।

धर्म के आधार पर कानून नहीं करता भेदभाव: शाह
शाह ने कहा कि विपक्ष के लोग देश को गुमराह कर रहे हैं कि इससे भारत के मुसलमानों की नागरिकता चली जाएगी, लेकिन मैं आप सबको आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये क़ानून नागरिकता देने का है, किसी की नागरिकता छीनने का नहीं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी गुमराह कर रही है कि ये कानून धर्म के आधार पर भेदभाव करेगा। हमने किसी भी धर्म को बाकी नहीं रखा है, इन 3 देशों जो अल्पसंख्यक हैं, चाहे वे हिन्दू हों, सिख हों, जैन, बौद्ध, पारसी या ईसाई हों इन सभी को हम नागरिकता दे रहे हैं।