हाउडी मोदी: जब सीक्रेट सर्विस और एसपीजी को छूट गए पसीने, जानिए

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ह्यूस्‍टन। ‘हाउडी मोदी’ इवेंट में विश्‍व के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के ह्यूस्‍टन शहर पहुंचे 50 हजार भारतीय अमेरिकी लोगों के लिए रविवार का दिन अविस्‍मरणीय रहा। दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मुखिया डॉनल्‍ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे मिलने पहुंचे। अपने भाषण समाप्ति के बाद पीएम मोदी ने ट्रंप को कुछ ऐसा करने के लिए प्रेरित किया जिससे सुरक्षा एजेंसियों के पसीने छूट गए।

दरअसल, पीएम मोदी के भाषण के दौरान अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप स्‍टेज के नीचे बैठकर उन्‍हें बेहद ध्‍यानपूर्वक सुन रहे थे। भाषण की समाप्ति के बाद प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्‍ट्रपति से मिलने के लिए स्‍टेज से नीचे आए। पीएम मोदी ने ट्रंप को हाथ के इशारों से एनआरजी मैदान का एक चक्‍कर लगाने और लोगों का अभिवादन स्‍वीकार करने का सुझाव दिया जिसे ट्रंप ने तत्‍काल मान लिया।

इसके बाद दोनों नेता मैदान के अंदर लोगों से मिलने के लिए चल दिए। पीएम मोदी और ट्रंप के इस अचानक लिए गए फैसले से सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए। दोनों नेताओं को 50 हजार लोगों की भीड़ के बीच जाता देख तत्‍काल अमेरिकी राष्‍ट्रपति की सुरक्षा व्‍यवस्‍था देखने वाली सीक्रेट सर्विस के जवान और पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए जिम्‍मेदार एसपीजी के जवान दौड़ पड़े।

एसपीजी और सीक्रेट सर्विस के जवानों ने पीएम मोदी और ट्रंप के चारों तरफ एक कड़ा सुरक्षा घेरा बना लिया। इस दौरान दोनों ही सुरक्षा एजेंसियों के कई जवानों के चेहरे पर बेचैनी साफ नजर आई। पीएम मोदी और राष्‍ट्रपति ट्रंप को अपने बीच पाकर जनता भी उत्‍साहित हो गई और खड़े होकर उनका स्‍वागत किया। पीएम मोदी और ट्रंप ने भी हाथ हिलाकर भारतीय अमेरिकी लोगों का अभिवादन स्‍वीकार किया। मैदान का चक्‍कर लगाने के दौरान सीक्रेट सर्विस और एसपीजी के जवान कई बार दौड़ते नजर आए।

सीक्रेट सर्विस की 1865 में स्‍थापना
बता दें कि सीक्रेट सर्विस की 1865 में स्‍थापना की गई थी। करीब 3200 स्‍पेशल एजेंट और 1300 वर्दीधारी सुरक्षाकर्मी अमेरिकी राष्‍ट्रपति कार्यालय व्‍हाइट हाउस की सुरक्षा करते हैं। इन्‍हीं जवानों ट्रंप और उनके परिवार की सुरक्षा का भी जिम्‍मा है। उधर, एसपीजी भारत की काफी प्रशिक्षित इकाई है और यह सभी आधुनिक उपकरणों, वाहनों से लैस है। एसपीजी की टीम में स्नापर्स, बम निरोधक विशेषज्ञ भी होते हैं। ये जवान वीवीआईपी की सुरक्षा में साये की तरह रहते हैं। एसपीजी के जवानों की ट्रेनिंग लगातार चलने वाली प्रक्रिया होती है। इसमें शारीरिक कार्यक्षमता समेत कई तरह के अभ्यास होते हैं।