नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। आरबीआई ने छोटे निर्यातकों को दिए जाने वाले लोन की सीमा बढ़ा दी है। अब छोटे निर्यातक 40 करोड़ रुपए तक का लोन ले सकते हैं।
देश में इस समय आर्थिक मंदी का माहौल बना हुआ है। इससे निपटने के लिए सरकार और आरबीआई नए-नए कदम उठा रहे हैं। इसी दिशा में कदम उठाते हुए आरबीआई ने छोटे निर्यातकों को दिए जाने वाले लोन की सीमा को 25 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 40 करोड़ रुपए तय किया है।
इसके अलावा आरबीआई ने निर्यात को लोन लेने के लिए 100 करोड़ के सालाना टर्नओवर की यूनिट होने की अनिवार्यता को भी समाप्त कर दिया है। यानी अब ऐसी यूनिट जिनका सालाना टर्नओवर 100 करोड़ रुपए से कम है, वे भी निर्यात के लिए लोन ले सकेंगी। निर्यात क्षेत्र को ज्यादा क्रेडिट उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
‘केंद्रीय बैंक सरकार के साथ सम्पर्क में है’
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्ति कांत दास ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कहा कि बैंकों के प्रस्तावित विलय की प्रक्रियाओं में किसी तरह की बाधा न आए, इसके लिए केंद्रीय बैंक सरकार के साथ सम्पर्क में है।
उन्होंने कहा , अहम मुद्दा यह सुनिश्चित करना है कि विलय के बाद ऋण वितरण , ऋण अदायगी और बैंकिंग कामकाज जैसी प्रक्रियाएं बिना किसी बाधा के पूरी हो जाएं।” बता दें कि पिछले महीने सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों को मिलाकर चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा की थी। जिसके बाद सरकारी बैंकों की संख्या 19 से कम होकर 12 रह जाएगी।