बेंगलुरु। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) जल्द ही फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियों को वीडियो के जरिए नो योर कस्टमर (केवाईसी) नियम पूरा करने की मंजूरी दे सकता है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि बैंकिंग रेगुलेटर की इंडस्ट्री प्रतिनिधियों के साथ कई दौर की बातचीत हुई है और वह कुछ दिनों में गाइडलाइंस जारी कर सकता है।
इंडस्ट्री एग्जिक्यूटिव्स का कहना है कि आरबीआई की गाइडलाइंस अगले महीने तक आ सकती है, लेकिन तारीख के बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। एक सीनियर बैंकर ने बताया, ‘आरबीआई ने वीडियो के माध्यम केवाईसी करने वाले सिस्टम में दिलचस्पी दिखाई है। पहले बैंक का प्रतिनिधि से ग्राहक से व्यक्तिगत तौर पर मिलकर वेरिफिकेशन करता था। अब वीडियो केवाईसी इसकी जगह लेगा।’
आरबीआई ऐसे वीडियो-बेस्ड केवाईसी की मंजूरी दे सकता है, जिसमें बैंक रिप्रेजेंटेटिव ग्राहक के वीडियो को देखकर लाइव टेस्ट के साथ डॉक्युमेंट्स डिटेल की जांच कर सकें। एक अन्य सूत्र ने बताया कि कई कंपनियों ने एआई के जरिए वीडियो वेरिफिकेशन का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, आरबीआई इसके पक्ष में नहीं है।
सूत्र ने कहा कि कुछ बैंक और इंस्टीट्यूशंस वीडियो केवाईसी को लागू करने की तैयारी शुरू कर चुके हैं। वीडियो केवाईसी प्रक्रिया सेविंग एकाउंट कस्टमर्स, क्रेडिट कार्ड्स और अन्य सेवाओं के लिए के इस्तेमाल हो सकती है।
एक अन्य सूत्र ने बताया, ‘कई नॉन-बैंकिंग लेंडर्स भी नए सिस्टम के हिसाब से तैयारी करने में जुट गए हैं। इनमें से कुछेक काफी आगे बढ़ चुके हैं, जबकि कुछ अभी डिजाइन स्टेज में ही हैं।’ ऊपर जिस बैंकर का जिक्र है, उन्होंने बताया कि 60,000 कैप पर कुछ छूट मिल सकती है, जिससे रिमोट केवाईसी के जरिए जुड़ने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ाई जा सके।