नई दिल्ली।अगर आप अपनी मोबाइल सिम ऑपरेटर कंपनी से नाखुश हैं और किसी और ऑपरेटर की सर्विस पर स्विच करना चाहते हैं, तो जल्द ही यह आसान होने वाला है। टेलीकॉम प्रोवाइडर्स जल्द ही बाजार में embedded sim या ई-सिम कार्ड उतारने जा रहे हैं। यह एक डिजिटल सिम कार्ड होगा, जो बिना फिजकल सिम कार्ड के भी काम करेगा।
सब्सक्राइबर्स ई-सिम के इस्तेमाल से किसी कंपनी के मोबाइल टैरिफ प्लान को एक्टिवेट कर सकेंगे, इसके लिए उन्हें फिजिकल सिम कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी। ई-सिम के जरिए ग्राहकों के लिए बिना अपना नंबर बदले एक ऑपरेटर से दूसरे ऑपरेटर पर स्विच करना बेहद आसान होगा। फिलहाल यह कार्ड इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) में और मशीन-2-मशीन सॉल्युशंस में होता है।
ई-सिम अपनाने में चुनौतियां
अभी तक अधिकतर कंपनियों के हैंडसेट ई-सिम के लिए तैयार नहीं हैं। सिर्फ iPhones XS, XS Max, XR और Google Pixel 3 जैसी प्रीमियम डिवाइसेज ही ई-सिम कार्ड को सपोर्ट करती हैं। यही वजह है कि उपभाेक्ता इसे लेकर सहज नहीं हैं। साथ ही कैरियर्स को अपने पुराने ग्राहक बनाए रखने और नए ग्राहक जोड़ने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। इसके चलते प्रतिस्पर्द्धा बढ़ने की उम्मीद है, जिससे कंपनियों का मुनाफा घटेगा।
आगे की संभावनाएं
फिलहाल देश में ई-सिम का उपयोग 1 फीसदी से भी कम है, इसके 2025 तक बढ़कर 25 फीसदी तक होने की उम्मीद है। वैश्विक रूप से ई-सिम बाजार 2023 तक 97.83 करोड़ डॉलर होने की उम्मीद है।
फिलहाल इस बाजार का साइज 25.38 करोड़ डॉलर है। जहां तक बात है टेलीकॉम ऑपरेटर्स की तो, वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल ई-सिम के साथ काम करने को तैयार हैं। एयरटेल और जियो ने ई-सिम इनेबल्ड Apple Watches बेचने के लिए Apple के साथ पार्टनरशिप भी की है।