नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आगामी पांच जुलाई को पेश होने वाले आम बजट में ईमानदार टैक्सपेयर्स को कई तोहफे दे सकती है। वित्त मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार यह इच्छा जाहिर कर चुके हैं कि ईमानदार टैक्सपेयर्स को प्रोत्साहन मिलना चाहिए क्योंकि वे चुपचाप ईमानदारी से टैक्स देते रहते हैं जबकि इस देश में टैक्स नहीं देने वालों की संख्या सबसे अधिक है।
पिछले वित्त वर्ष में 7 करोड़ से भी कम लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया जबकि देश की आबादी 1.3 अरब को पार कर चुकी है। वित्त मंत्रालय फिलहाल इस बात की तैयारी कर रहा है कि ईमानदार टैक्सपेयर्स की परिभाषा क्या होगी।
इसमें उन लोगों को शामिल किया जा सकता है जो पिछले 15-20 सालों से लगातार एक सीमा से अधिक सरकार को टैक्स देते आ रहे हैं। बिजनेस क्लास और सर्विस क्लास के लिए अलग-अलग परिभाषा हो सकती है। क्योंकि सर्विस क्लास के टैक्सपेयर्स पूरी जिंदगी ईमानदारी से अपना टैक्स भरते रहते हैं।
मिल सकती हैं ये छूट
वित्त मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक ईमानदार टैक्सपेयर्स की परिभाषा के तहत फिट बैठने वाले टैक्सपेयर्स को प्रविलेज्ड क्लास उपभोक्ता का दर्जा मिल सकता है और उन्हें भीड़भाड़ वाली जगहों पर प्राथमिकता दी जा सकती है। हो सकता है रेलवे या एयरप्लेन में उनके लिए सीट रिजर्व कर दिया जाए। ईमानदार टैक्सपेयर्स को टोल टैक्स में कुछ छूट मिल सकती है। स्कूल में बच्चों के दाखिले में उन्हें कुछ रियायत दी सकती है।
मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक सरकार का मकसद लोगों को यह अहसास दिलाना है कि ये वे लोग हैं जो ईमानदारी से अपना टैक्स भरते हैं, इसलिए ये लोग आपसे भिन्न हैं। हालांकि इस मामले में मंत्रालय के भीतर कई प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं। सूत्रों के मुताबिक ईमानदार टैक्सपेयर्स को टैक्स में कुछ छूट देने का प्रावधान लाया जा सकता है। कुछ चुनिंदा ईमानदार टैक्सपेयर्स को पीएम मोदी या वित्त मंत्री के साथ चाय पर चर्चा का मौका मिल सकता है।