गधी के दूध से भी बनते हैं ब्यूटी प्रोडक्ट, वह भी बहुत महंगे

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नई दिल्ली।अलग तरह का बिजनेस करने के आइडिया के चलते एबी बेबी ने एक ऐसी कंपनी बनाई, जो गधी के दूध से ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाती है। कंपनी का दावा है कि गधी के दूध में इतने गुण हैं कि ऐसे प्रोडक्ट्स महिला या पुरुष दोनों के लिए फायदेमंद होती है। यही वजह है कि कंपनी ने प्रोडक्ट्स की कीमत काफी ऊंची रखी है। इससे बनी फेयरनेस क्रीम 7028 रुपए और फेसियल किट 4840 रुपए है।

कंपनी के फाउंडर की कहानी भी बेहद अजीब है। केरल के एरनाकुलम जिले के रहने वाले एबी बेबी ने बताया कि मैंने देखा कि सभी लोग दूध से बने प्रोडक्ट्स बिजनेस से पैसा कमा कर रहे हैं, वो भी सिर्फ गाय औऱ भैंस के दूध से। मैंने इनसे हटकर कुछ अलग करने की सोची, क्योंकि इस सेक्टर में कम्पटीशन ज्यादा हैं। इसलिए गधी के दूध से ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाना शुरू किया।

ऐसे मिला बिजनेस आइडिया
एबी ने बताया कि वो शुरुआत से ही कुछ करना चाहता थे। उन्हें इसकी प्रेरणा अपने लंदन से वापस लौटे एक दोस्त से मिली, जिसने भारत आकर खुद का स्टार्टअप शुरू किया यहीं से उन्होंने अपना बिजनेस शुरू करने की दिशा में कदम उठाया।

अपना बिजनेस शुरू करने के लिए एबी ने अच्छी खासी सैलरी वाली नौकरी छोड़ दी। वो बेंगलुरू में एक आईटी कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर के पोस्ट पर कार्यरत थे। किसी नए सेक्टर में बिजनेस की संभावनाएं तलाशना आसान नहीं होता। लेकिन उन्होंने अपने मजबूत इरादे के दम पर गधी के दूध से बने ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने का बिजनेस शुरू किया।

10 वर्षों तक रिसर्च 
एबी को यहां तक पहुंचने में 10 वर्ष लग गए। 10 वर्षों तक रिसर्च करने के बाद उन्होंने गधी के दूध के फायदे ढूंढने में सफलता हासिल की। उनके मुताबिक, इस काम में उन्होंने 2 करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश किया है।

फिलहाल उनके फार्म में 23 डांगकी हैं जिनमें 20 गधी हैं। एक गधी 80 हजार से 1 लाख रुपए तक में मिलती है। एबी का कहना है कि वो अपने बिजनेस को बढ़ाना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें 30-35 करोड़ रुपए की जरूरत है। शुरुआत में घाटा उठाने वाले एबी आज हर महीने लाखों में कमाई कर रहे हैं।

गधी के दूध से बनाते हैं कॉस्मेटिक प्रोडक्ट
एबी ने सबसे पहले घर के बगल से ही फार्म की शुरुआत की और कई कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स बनाए। इसमें ब्यूटी क्रीम, शैम्पू, बाथ-वॉश शामिल है। एबी का कहना है कि देश में इस तरह की पहली कोशिश है, जहां गधी का दूध निकाला जा रहा है। हालांकि विदेशों में इनका प्रयोग होता है।