कोटा। एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कोटा (एयूके) को आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली) की वर्ष 2017 की राष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग में 39वां स्थान मिला है। इस रैंकिंग के तहत प्रदेश में यूनिवर्सिटी को दूसरा स्थान मिला है। पहला स्थान बीकानेर यूनिवर्सिटी को मिला, चूंकि आईसीएआर की रैंकिंग में वह 29वें नंबर पर रही।
इधर, पिछले वर्ष एयूके राष्ट्रीय स्तर की आईसीएआर की रैंकिंग में 49वां स्थान थी। एयूके ने अपनी स्थिति में सुधार करते हुए रैंकिंग में दस पायदान की छलांग लगाई। इससे यूनिवर्सिटी प्रशासन खुश है। प्रो. केशवा ने कहा कि यूनिवर्सिटी का अगला लक्ष्य आईसीएआर की वर्ष 2018 की रैंकिंग में 29वां स्थान प्राप्त करना है।
यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जीएल केशवा ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आईसीएआर की रैंकिंग के लिए 25 पेज का प्रोफॉर्मा बनाकर भेजा था। देश की 75 एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में रैंकिंग के लिए 63 यूनिवर्सिटी क्वालीफाई हुई, जिनमें कोटा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ने 39वां स्थान प्राप्त किया है।
उन्होंने बताया कि अब एयूके को आईसीएआर से उम्मीद के बराबर डवलपमेंट के लिए बजट मिलेगा। यूनिवर्सिटी को इसके लिए चिंता नहीं करनी पड़ेगी। इस वर्ष एयूके ने आईसीएआर को 6 करोड़ रुपए से ज्यादा के बजट का प्रस्ताव भेजा है। संभावना है उसे जल्द स्वीकृति मिलेगी।
रैंकिंग के इन मापदंडों पर खरी उतरी यूनिवर्सिटी
कुलपति प्रो. केशवा ने बताया कि रैंकिंग के आईसीएआर ने मापदंड तय किए थे। उनमें यूनिवर्सिटी क्वालिटी व हायर एजुकेशन, प्लेसमेंट, नेशनल लेवल की एकेडमिक एजुकेशन में स्टूडेंट्स का सलेक्शन, 80 फीसदी की जगह पर 81 फीसदी यूनिवर्सिटी में पोस्टें भरी होने, पीएचडी क्वालीफाई व अन्य प्रदेशों से आई फैकल्टी होने, टेक्निकल डवलपमेंट, इनोवेशन, 3 नेशनल अवाॅर्ड जीते, इनमें सीड्स हब, केशलैस व फैकल्टी द्वारा जीते अवाॅर्ड शामिल हैं।
कौशल विकास, 20 स्टूडेंट्स आंत्रप्रिनियोर शुरू किया। 10 फीसदी की जगह 21 फीसदी से ज्यादा रेवेन्यू जनरेट किया। ब्रीडर सीड्स के मापदंड में 5500 क्वालिटी बीज तैयार किया। इससे ब्रीडर सीड्स का उत्पादन करने में कोटा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ने देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इस प्रकार आईसीएआर के इन मापदंडों पर यूनिवर्सिटी खरी उतरी है।