कोटा। Shri Ram Circle Lokarpan: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को महावीर नगर विस्तार योजना में नवनिर्मित श्री राम सर्किल का लोकार्पण किया। बिरला ने कहा कि भगवान श्रीराम केवल एक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि धर्म, मर्यादा और आदर्श जीवन के प्रतीक हैं। उनका जीवन हमें सत्य, धर्म और कर्तव्य का मार्ग दिखाता है। राम वह हैं, जो हर भारतीय के अंतस में बसे हैं।
वे केवल अयोध्या तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हर गाँव, हर शहर और जनमानस के हृदय में वास करते हैं। यह सर्कल भगवान राम की उस महिमा को समर्पित है, जो हर युग में प्रासंगिक रही है। राम हमारे राष्ट्र के प्रतीक हैं और यह स्थान हमारी संस्कृति, आस्था और आदर्शों का प्रतिबिंब बनेगा। यह सर्कल आने वाली पीढ़ियों के लिए एक धरोहर के रूप में रहेगा, जहाँ प्रभु राम के आदर्श और उनकी शिक्षाओं का स्मरण किया जाएगा।
क्षेत्र के विकास में कमी नहीं छोड़ेंगे
विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि स्पीकर बिरला के विजन और क्षेत्र के हर नागरिक की अपेक्षा के अनुरूप काम करेंगे। चाहे सड़क हो, पेयजल हो, स्मार्ट पार्क हो किसी भी क्षेत्र में विकास में कोई कमी नहीं छोड़ेगे। हमारे लिए गर्व का विषय है कि हमारे पास स्पीकर बिरला के रूप में ऐसा सशक्त नेतृत्व है जो सदैव जनता-जनार्धन के प्रति समर्पित रहते है। अयोध्या में रामलला के मंदिर का निर्माण और कोटा में श्रीराम सर्किल का उद्घाटन, यह दोनों हमारे देश की सांस्कृतिक एकता और राम के प्रति हमारी अटूट आस्था को दर्शाता है। इसके पूर्व आयोजित संगीतमय सुन्दरकाण्ड में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। कार्यक्रम के उपरान्त महाप्रसादी वितरित की गई।
सेन समाज के बालिका छात्रावास का किया लोकार्पण
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सेन समाज के नवनिर्मित मॉं नारायणी बालिका छात्रावास का लोकार्पण किया। बिरला ने कहा कि मैं हर समाज से हमेशा ये आग्रह करता हूं कि वे बेटियों को खूब पढ़ाए उनके लिए छात्रावास बनाएं। इस पुनीत काम में धन की कमी नहीं आने देंगे। उन्होंने कहा कि बेटियाँ हमारे समाज की रीढ़ होती हैं। जब एक बेटी शिक्षित होती है, तो वह केवल अपना ही नहीं, बल्कि अपने पूरे परिवार और समाज का उत्थान करती है। बेटियों के लिए छात्रावास का निर्माण इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह छात्रावास हमारी बेटियों के सपनों को साकार करने का एक मंच भी बनेगा।
बिरला ने कहा कि संत श्री सेन महाराज जी समाज के ऐसे महान व्यक्तित्व हैं, जिनकी शिक्षाएँ और आदर्श हमें हमेशा प्रेरित करते हैं। ऐसी महान विभूति की विरासत को आगे बढ़ाना समाज के हर वर्ग का दायित्व है। इस छात्रावास के निर्माण में सहयोग देने वाले सभी प्रबुद्धजन सम्मान के पात्र हैं, बेटियों की शिक्षा के लिए उनका यह योगदान सर्व समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगा। समिति की ओर से 1 करोड़ की लागत से 20 कमरों का छात्रावास बनाया गया।