कोटा। Dussehra Mela 2024: दशहरा मेले में इस वर्ष भगवान अमरनाथ जी की झांकी सजेगी। मनोरंजन के आकर्षण के रूप में सर्कस भी आएगा। मेले में आयोजित होने वाली भजन संध्या के लिए प्रख्यात भजन गायक कन्हैया मित्तल की सहमति मिल गई है। कवि सम्मेलन और मुशायरे में कवियों और शायरों के नामों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
मेला समिति की पांचवी बैठक के आयोजन के बाद राजवंशी ने बताया कि भगवान अमरनाथ जी की झांकी में 10 वर्ष तक के बच्चों का प्रवेश निशुल्क रहेग। 10 वर्ष से अधिक उम्र के बालकों का प्रवेश शुल्क 25 रुपए तथा वयस्कों का प्रवेश शुल्क 50 रुपए रहेगा। इसी तरह सर्कस में प्रवेश शुल्क स्थान के अनुसार 100, 200 व 300 रुपए निर्धारित किया गया है। मेले में भजन संध्या का कार्यक्रम 19 अक्टूबर को होगा, जिसमें प्रख्यात भजन गायक कन्हैया मित्तल आएंगे।
कवि सम्मेलन में कवियों की संख्या सात तक सीमित कर दी गई है। कवि सम्मेलन के लिए अब तक हरिओम पंवार, सुरेन्द्र शर्मा, जगदीश सोलंकी तथा अनामिका अंबर की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है, शेष नामों को भी जल्द तय कर लिया जाएगा।
मुशायरे के लिए भी जनाब ताहिर फराज, जनाब अज्म शाकिरी, विजय तिवारी, मोहतरमा शबीना अदीब, जनाब सिंकदर हयात, जनाब जिया टोकी और जनाब इकबाल अशहर की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। कुछ और स्वीकृतियां जल्द प्राप्त हो जाएंगी।
मेले में आ सकती हैं हेमा मालिनी
दशहरा मेले में इस वर्ष प्रख्यात अभिनेत्री हेमा मालिनी की प्रस्तुति भी हो सकती है। हेमा मालिनी के कार्यक्रम के लिए मेला समिति ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से आग्रह किया है। बिरला ने आश्वस्त किया है कि तिथि की उपलब्धता होने पर यह कार्यक्रम करवाने के लिए प्रयास करेंगे।
कमेटी तय करेगी रामलीला मंडल
राजवंशी ने बताया कि दशहरा मेले में रामलीला के प्रस्तुतिकरण के लिए दो आवेदन प्राप्त हुए हैं। रामलीला मंडल के चयन के लिए एक समिति बनाई जाएगी जो वीडियो क्लिप के आधार पर प्रदर्शन देखकर रामलीला मंडल का चयन करेगी।
लाइट एंड साउंड शो तथा हथकरघा प्रदर्शनी
राजवंशी ने बताया कि मेला समिति की पूर्व बैठक में लेजर शो को लेकर चर्चा हुई थी, लेकिन उसके आयोजन पर बहुत अधिक खर्च आने की संभावना को देखते हुए अब लाइट एंड साउण्ड शो के प्रयास किए जा रहे हैं। ड्रोन शो के आयोजन के लिए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त लोक सभा अध्यक्ष बिरला से हथकरघा मंत्रालय के माध्यम से भी 200 से अधिक हथकरघा व्यवसायियों की दुकानें स्थापित करवाने का आग्रह किया है।
प्रायोजित होंगे मेले के अधिकांश कार्यक्रम
विवेक राजवंशी ने बताया कि मेले में अधिकांश कार्यक्रम प्रायोजित करवाने का प्रयास किया जा रहा है। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से आग्रह करने के बाद केडीए अब मेले के आयोजन के लिए एक करोड़ रुपए देगा। राजस्थान का पर्यटन विभाग भी मेले के लिए 50 लाख रुपए देगा तथा एक कार्यक्रम को प्रायोजित करेगा। इसके लिए उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी से स्वीकृति मिल चुकी है। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के प्रयासों से केईडीएल ने मेले में एक कार्यक्रम के आयोजन के लिए 25 से 30 लाख रुपए देने की स्वीकृति दे दी है। सिंधी कार्यक्रम को भाटिया एंड कम्पनी तथा बाल प्रतिभा कार्यक्रम व फैशन शो को शुभम ग्रुप प्रायोजित कर रहे हैं। शेष कार्यक्रमों के लिए भी प्रायोजक तलाश किए जा रहे हैं।
स्थायी दुकानों का आवंटन अब 12 तक
मेले में स्थायी दुकानदारों का आवंटन अब 12 सितंबर तक किया जाएगा। बैठक में मेला अधिकारी जवाहर जैन ने बताया कि अब तक 200 स्थायी दुकानदारों ने आवंटन करवा लिया है जिससे निगम को 70 लाख की आय हो चुकी है। मौसम और ट्रेन स्थगित होने के कारण कई व्यापारी अब तक आ नहीं सके हैं, इसको देखते हुए आवंटन की तिथि 12 सितंबर तक बढ़ा दी गई है।
मेला समिति की बैठक में मेला समिति सदस्य गिरिराज महावर, योगेश वालिया, विजय लक्ष्मी, ज्ञानेन्द्र आमेरा, सोनू धाकड़, विवेक मित्तल, रेखा यादव, सुमित्रा खींची, प्रमिला वर्मा, भगवती महावर, योगेन्द्र शर्मा, दक्षिण निगम की आयुक्त सरिता जी, मेला अधिकारी जवाहर लाल जैन, अतिरिक्त मेला अधिकारी महेश चन्द गोयल, मेला प्रभारी महावीर सिंह सिसोदिया, उपायुक्त दयावती सैनी, मुख्य लेखाधिकारी बी.एल.अग्रवाल, अधिशाषी अभियन्ता सचिन यादव, संजय विजय, ए.क्यू.कुरैशी, विधि अधिकारी सपना वर्मा, राजस्व अधिकारी दिनेश शर्मा, विजय अग्निहोत्री, स्वास्थ्य अधिकारी रिचा गौतम एवं सभी संबंधित अधिकारी और अभियन्ता उपस्थित रहे।