नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सरकारी नौकरी को लेकर बड़ा ऐलान किया है। शुक्रवार को अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के 62वें प्रांतीय अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में सीएम शर्मा ने कहा कि अब किसी भी विभाग में पद खाली नहीं रहने देंगे। सभी विभाग के उच्च अधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने-अपने विभाग के कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होते ही खाली पदों की सूची तैयार करें और हर महीने भर्तियां निकालें।
सीएम ने बताया कि राज्य में अब तक 17 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी दी जा चुकी हैं। राज्य सरकार इस वर्ष 70 हजार भर्तियां करने जा रही है। सरकार शिक्षा, व्यवसाय, रोजगार, खेल सहित हर क्षेत्र में युवाओं के सपनों को पूरा करने की दिशा में कार्य कर रही है। प्रदेश में चरणबद्ध रूप से कई भर्तियां आने वाली हैं।
जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि शिक्षकों का काम केवल अक्षर ज्ञान कराने तक सीमित नहीं है। ये राष्ट्र निर्माण का काम भी करते हैं। आज हम सब जो यहां बैठे हैं सभी पर भी किसी ना किसी गुरु की कृपा है। इस दौरान सीएम ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा।
सीएम ने कहा कि गहलोत सरकार ने पांच साल में बिजली विभाग में एक भी नई यूनिट नहीं लगाई, जिससे बिजली संकट हो गया था। गांवों में पानी के स्रोत के बिना ही पाइप लाइन बिछा दी गई, जिससे पेयजल संकट की स्थिति बनी। राज्य में भाजपा सरकार आने के बाद इस दिशा में प्राथमिकता के आधार पर काम किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गहलोत सरकार ने बिना योजना बनाए 300 से अधिक कॉलेज खोल दिए। सरकारी इन कॉलेज की समीक्षा करवा रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बजट के लिए शिक्षकों से सुझाव देने को भी कहा। सीएम ने कहा कि बजट में शिक्षकों के हितों का भी ध्यान रखा जाएगा।