अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले मिलेगा 5 लाख भारतीयों को ग्रीन कार्ड

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पैरोल इन प्लेस स्कीम से पति या पत्नी अलग रहने पर नहीं होंगे मजबूर

वॉशिंगटन। अमेरिका में बरसों से रह रहे भारतीयों का ग्रीन कार्ड के लिए इंतजार खत्म होने वाला है। अमेरिकी सरकार ने अपनी आव्रजन नीति के तहत एक ऐसा फैसला लिया है, जो वहां रह रहे भारतीयों के लिए बड़ी राहत देगा। दरअसल, अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में बड़ा मुद्दा आव्रजन का भी रहेगा।

ऐसे में जो बाइडेन प्रशासन ने बिना दस्तावेजों के अमेरिका में रह रहे लोगों को अपने यहां घर बसाने और नागरिकता देने का फैसला किया है। यह सहूलियत आव्रजन की पैरोल इन प्लेस नीति के तहत की जाएगी। इसीलिए इसका एक और नाम पैरोल इन प्लेस ग्रीन कार्ड दिया गया है। अगर ये स्कीम लागू होती है तो यह अमेरिका में रह रहे भारतीयों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगा।

माना जा रहा है कि अमेरिकी सरकार की इस नीति से अमेरिका में बिना दस्तावेज के रह रहे कम से कम 5 लाख भारतीयों को फायदा हो सकता है। ये ऐसे जीवनसाथी यानी पति या पत्नी होंगे, जिनके पास अमेरिका में रहने के लिए ग्रीन कार्ड या दस्तावेज नहीं है। साथ ही इन लोगों ने किसी अमेरिकी नागरिक से शादी की है। हालांकि, इसका फायदा उन्हीं लोगों को मिलेगा, जो बीते 17 जून तक अमेरिका में 10 साल से ज्यादा समय से रह रहे हैं। आइए-नीचे दिए ग्राफिक से समझते हैं कि अमेरिका में ग्रीन कार्ड के लिए कितने भारतीय कतार में हैं।

पैरोल इन प्लेस पॉलिसी के तहत 10 साल से ज्यादा समय से बिना दस्तावेज के अमेरिका में रह रहे लोगों को ही अमेरिका में कानूनन काम की मंजूरी होगी। क्वालिफाई करने वाले लोगों के पास स्थायी निवास के लिए आवेदन करने के लिए तीन साल का समय होगा और वे तीन साल के वर्क परमिट के लिए पात्र होंगे।

दरअसल, अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं। उनमें से बहुत से मतदाता भी हैं। चूंकि वहां पर आव्रजन बड़ा मुद्दा है, ऐसे में भारतीय वोटर्स को रिझाने के लिए ऐसे ऐलान किए जाते हैं। अगर अमेरिकी सरकार इस स्कीम को लागू करती है तो इसके तहत 21 साल से कम के ऐसे 50 हजार युवाओं को भी इसका फायदा मिल सकेगा, जिनके माता-पिता में से कोई एक अमेरिकी हो।

चार तरह के होते हैं आव्रजन पैरोल
अमेरिका की एक वेबसाइट बाउंडलेसडॉटकॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, आव्रजन पैरोल चार तरह के होते हैं, जो समय-समय पर जारी होते रहते हैं। यह एक तरह से प्रवासियों को राहत देने की कोशिश होती है। उन्हें ग्रीन कार्ड के आवेदन के लिए कुछ और वक्त मिल जाता है।

एडवांस पैरोल: ऐसे गैर अमेरिकी नागरिक जो विशेष हालातों में अमेरिका छोड़ना चाहते हैं, वो अग्रिम पैरोल के लिए फॉर्म I-131 का उपयोग करके आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, अग्रिम पैरोल प्राप्त करने वालों को उनके लौटने पर फिर से प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) के पास सीमा पर पैरोल की स्थिति को ओवरराइड करने का अधिकार है। गैर-नागरिक अग्रिम पैरोल के लिए आवेदन कर सकते हैं यदि:

पैरोल इन प्लेस (पीआईपी): पैरोल इन प्लेस कार्यक्रम अमेरिकी सैन्य कर्मियों, दिग्गजों और भर्ती किए गए लोगों के कुछ अनिर्दिष्ट परिवार के सदस्यों को कानूनी रूप से अमेरिका में रहने की अनुमति देता है। यह अस्थायी कानूनी स्थिति, कार्य प्राधिकरण और निर्वासन से सुरक्षा प्रदान करता है। यह कार्यक्रम सैन्य परिवारों को यह सुनिश्चित करके मदद करता है कि उनके प्रियजन देश में रह सकें, जिससे सेवा सदस्यों के लिए तनाव और चिंता कम हो। नीचे दिए ग्राफिक से कुछ शर्तों को भी जान लें।

महत्वपूर्ण सार्वजनिक लाभ पैरोल: इस प्रकार की पैरोल आम तौर पर तब लागू की जाती है जब अमेरिका में प्रवेश करने में असमर्थ किसी किसी गैर नागरिक को अदालती कार्यवाही में गवाह के रूप में जरूरत होती है। खास तौर पर अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थों की तस्करी या राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मुद्दों से संबंधित मामलों में ही ऐसा होता है। वहीं, किसी गंभीर बीमारी के इलाज कराने वाले किसी गैर अमेरिकी नागरिक को भी सार्वजनिक लाभ पैरोल दिया जा सकता है।

तत्काल मानवीय पैरोल: इस प्रकार की पैरोल मानवीय आधार पर जारी की जाती है। जैसे कि तत्काल चिकित्सा या पारिवारिक आपातकाल या आवेदक के गृह देश में असाधारण परिस्थितियां होने पर भी तत्काल मानवीय पैरोल जारी किए जा सकते हैं।

पैरोल इन प्लेस कितना कानूनी है
पैरोल इन प्लेस से बगैर डॉक्युमेंट्स के अमेरिका में रह रहे लोगों और उनके परिवार को बेझिझक अमेरिका में रहने की मंजूरी मिलती है। ऐसे लोगों को कुछ वक्त मिल जाता है, जिसमें वो स्थायी नागरिकता यानी ग्रीन कार्ड के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। यह मानवाधिकार पैरोल है।

पति या पत्नी को रखेगा एकजुट
पैरोल इन प्लेस ऐसे भारतीयों को अपने परिवार के साथ रहने में मददगार साबित होगा, जिनके पति या पत्नी गैर अमेरिकी हैं।
दस्तावेज न होने पर वे लंबे समय के लिए अलग रहने को मजबूर होते हैं, जिसका कुल असर प्रोडक्टिविटी पर भी होता है। अब पैरोल इन प्लेस से पति या पत्नी को बेवजह एक-दूसरे से दूर नहीं रहना पड़ेगा।

ग्रीन कार्ड के इंतजार में कितने भारतीय
नेशनल फाउंडेशन फॉर अमेरिकन पॉलिसी की एक स्टडी के मुताबिक, करीब 12 लाख भारतीय स्थायी नागरिकता के लिए लाइन में हैं। वहीं, अमेरिका में ग्रीन कार्ड के लिए सभी देशों के 36 लाख लोग इंतजार में हैं। अमेरिका में रहने वाले कुल प्रवासियों में भारतीय तीसरे नंबर पर हैं। पहला नंबर मैक्सिको का है। उसके बाद दूसरे नंबर पर चीन और फिर भारत हैं।