नई दिल्ली। WhatsApp account banned: मेटा (Meta) के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सऐप (WhatsApp) ने अपनी मंथली पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि +91 से शुरू होने वाले 7 करोड़ से ज्यादा मोबाइल नंबर को व्हाट्सऐप से बैन कर दिया गया है। यह डेटा जनवरी से लेकर नवंबर 2023 तक का है।
कंपनी ने एक और पोस्ट में बताया कि उसने 1 जनवरी से लेकर 31 मार्च 2024 के बीच 7,954,000 अकाउंट को बैन कर दिया है। इनमें से 1,43,000 अकाउंट को यूजर्स की तरफ से कोई रिपोर्ट मिलने से पहले ही सक्रिय रूप से बैन कर दिया गया।
जनवरी 2024 में जारी मंथली रिपोर्ट में बताया गया था कि WhatsApp ने 1 जनवरी 2023 से लेकर 31 नवंबर 2023 तक कुल 69,307,254 अकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया था। दिसंबर 2023 के डेटा का अभी इंतजार है। माना जा रहा है कि दिसंबर का आंकड़ा आ जाने के बाद यह संख्या 7 करोड़ के पार चली जाएगी।
किस महीने कितने अकाउंट पर प्रतिबंध
WhatsApp ने बताया कि जनवरी 2023 में उसने 29 लाख अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बाद यह सिलसिला बढ़ता ही गया। फरवरी में कंपनी ने 45 लाख अकाउंट, मार्च में 47 लाख, अप्रैल में 74 लाख, मई में 65 लाख, जून में 66 लाख, जुलाई में 72 लाख, अगस्त में 74 लाख, सितंबर में 71 लाख, अक्टूबर में 75 लाख और नवंबर में 71 लाख अकाउंट प्रतिबंधित कर दिए।
2024 में कितने अकाउंट पर बैन
WhatsApp की तरफ से जारी मंथली रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी से लेकर मार्च 2024 यानी इस साल के पहले तीन महीनों में 22,310,000 (करीब 2.23 करोड़) अकाउंट बैन किए गए।
फरवरी 2024 में कंपनी ने 7,628,000 अकाउंट्स को बैन किया, जिनमें से 1,424,000 अकाउंट यूजर्स की तरफ से रिपोर्ट करने के पहले ही कंपनी के नियमों का उल्लंघन करते हुए पहचान लिए गए और सक्रिय रूप से प्रतिबंधित कर दिए गए। इसी तरह मार्च 2024 में 7,954,000 अकाउंट बैन किए गए, जिसमें से 1,430,000 अकाउंट सक्रिय रूप से बैन किए गए।
क्यों लगाया बैन
कंपनी ने कहा कि लोकसभा चुनावों के मद्देनजर वह सूचना प्रौद्योगिकी (इंटरमीडिएरी गाइजलाइन्स और डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) नियम, 2021 के नियम 4(1)(d) (आईटी नियम, 2021) का पालन करने के लिए धोखाधड़ी और अवैध टेलीमार्केटिंग की सभी रिपोर्टों की ‘सक्रिय रूप से जांच’ कर रहा है।
इसके अलावा व्हाट्सएप ने शिकायतों के आधार पर कई अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगाया जो किसी न किसी रूप में कानूनी उल्लंघन कर रहे थे, या व्हाट्सऐप के नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। कंपनी ने कहा कि उसे भारत सरकार की शिकायत अपीलीय समिति (GAC) से भी कई अकाउंट्स को बैन करने का आदेश मिला, जिसके बाद कंपनी ने उन्हें बैन कर दिया।