कोटा। भारतीय अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि आधारित है तथा इसमें नवाचार होने से ही अर्थव्यवस्था को वास्तविक रूप से सुदृढ़ बनाया जा सकता है। इस मद्देनजर दी एस एस आई एसोसियेशन द्वारा एमएसएमई विभाग जयपुर के साथ कृषि क्षेत्र में नवीन तकनीक तथा मार्केटिंग के नवीन तरीको के माध्यम से निर्यात को बढ़ावा विषय पर एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन पुरूषार्थ भवन में किया गया।
सेमिनार में कृषि में नवाचार, नाबार्ड की विभिन्न रियायती स्कीम, पैंकिग में नवाचार, सरकारी स्तर पर मार्केट की उपलब्धता, विभिन्न प्रकार के पंजीयन एवं उनकी महत्ता, ट्रेड मार्क एवं कॉपीराइट, सिडबी और एनएसआईसी की विभिन्न योजनायें तथा लघु उद्योग मंत्रालय की विभिन्न स्कीमों के बारे में विभिन्न विशेषझों द्वारा जानकारी प्रदान की गई।
मुख्य अतिथी कोटा के पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा ने कहा कि हाड़ौती क्षेत्र में कृषि आधारित उद्योगों की प्रचुर मात्रा में संभावनाएं हैं। नवाचार के माध्यम से इस क्षेत्र का तेजी से विकास किया जा सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्थापक अध्यक्ष गोविन्द राम मित्तल ने पैकिंग में रेडियेशन प्रणाली पर जोर दिया। यदि राजस्थान में भी इसका केन्द्र स्थापित कर दिया जाए तो पैंकिंग के क्षेत्र में एक नई क्रान्ति लाई जा सकती हैं।
एसोसियेशन के अध्यक्ष अमित सिंहल ने सभी का स्वागत करते हुए कृषि आधारित विभिन्न उत्पादों के निर्यात की संभावनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम समन्वयक एमएसएमई के उपनिदेशक अजय शर्मा ने इस तरह के सेमिनार आयोजित करने के सरकार के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए इससे मिलने वाले लाभों की चर्चा की।
इस अवसर पर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें कृषि आधारित उद्यमियों द्वारा अपने उत्पादों को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम का संचालन सीए पवन कुमार लालपुरिया द्वारा किया गया तथा एसोसियेशन के सचिव अक्षय सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।