- भारतीय किसान संघ के आह्वान पर 16 मई से होगा प्रदेशव्यापी आंदोलन
- सचिवालय घेरेंगे, कोटा से जाएंगे 10 हजार किसान
कोटा। भारतीय किसान संघ के प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत प्रदेश भर के किसान 16 मई से जयपुर में अनिश्चितकालीन महापड़ाव डालेंगे। इसके लिए गांव- गांव में अन्न संग्रह किया जा रहा है। भारतीय किसान संघ चितौड़ प्रांत के प्रचार प्रमुख आशीष मेहता ने बताया कि जयपुर स्थित अमरुदों के बाग में विशाल सभा के बाद सचिवालय घेराव किया जाएगा।
किसानों ने अपने साथ ले जाने के लिए गांवों में अन्न संग्रह करना शुरू कर दिया है। वहीं महापड़ाव के दौरान खाने के लिए मठरी, नमकीन समेत अन्य सूखी सामग्री भी ले जाएंगे। अपने साथ भोजन बनाने के लिए सूखा आटा, दालें और अन्य खाद्य सामग्री बांधना शुरु कर दिया है।
उन्होंने बताया कि किसानों ने अपना मांग पत्र प्रस्तुत करते हुए कईं बार राज्य सरकार को ज्ञापन भेजे। किंतु, उन पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। अब आंदोलन के अलावा किसानों के पास कोई विकल्प नहीं बचा है। राजस्थान भर के किसानों की ओर से राज्य सरकार की वादाखिलाफी के विरुद्ध जयपुर कूच किया जाएगा। इस दौरान अमरूदों के बाग जयपुर में अनिश्चितकालीन महापड़ाव होगा।
चित्तौड़ प्रांत के चारों संभागों कोटा, अजमेर, उदयपुर, बांसवाड़ा से 50 हजार की संख्या में किसान जयपुर कूच करेंगे। जिलाध्यक्ष गिरिराज चौधरी ने बताया कि कोटा जिले की सभी पंचायतों में संपर्क किया जा रहा है। जिले से 10 हजार किसान जयपुर कूच करेंगे।
ये है आन्दोलन की प्रमुख मांगें
- लगातार प्रकृति की मार झेल रहे किसानों के लिए राहत पैकेज घोषित हो
- न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की कानूनन गारंटी सुनिश्चित हो
- मध्यप्रदेश, तेलंगाना की तर्ज पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में अतिरिक्त राशि जोड़कर किसानों को दी जाए
- सरकार के द्वारा चुनाव पूर्व घोषित वादे के अनुसार संपूर्ण कर्ज माफी की जाए
- आपदा अनुदान राशि में बढ़ोतरी करते हुए बकाया बीमा क्लेम तथा आपदा राहत राशि तुरंत जारी की जाए
- हर खेत को नहरी पानी मिले, इसके लिए प्रस्तावित व मौजूदा नहरी परियोजनाओं का विस्तार किया जाए
- किसानों को न्यूनतम 8 घंटे सस्ती व निर्बाध बिजली अनिवार्य रूप से दी जाए
- पूर्वी नहर परियोजना के लिए राज्य सरकार द्वारा घोषित ईआरसीपी निगम के लिए प्रस्तावित 9600 करोड रुपए की राशि जारी की जाए
- पार्वती नदी पर एनीकट बनाकर सिंचाई का पानी दिया जाए
- लाडपुरा व मंडाना के सूखे क्षेत्र को चंबल नदी से सिंचाई के लिए बनी अधूरी डीपीआर को पूरा किया जाए
- रामगंजमंडी, चेचट को ताकली बांध से जोड़ा जाए
- कृषि बजट में घोषित बीज लैब, सूक्ष्म सिंचाई एवं ट्रेनिंग सेंटर, लहसुन प्रोसेसिंग यूनिट, मिनी फूड पार्क के लिए राशि जारी हो
- कनवास में बांस्याहेड़ी परियोजना, रामगंजमंडी में अमझार नदी पर बड़ौदा आंतरी ग्राम परियोजना, आहू नदी परियोजना पर काम शुरू हो और चंबल की लहरों का जीर्णोद्धार कराया जाए