मुंबई। विवादों में घिरे अडानी ग्रुप के लिए एक अच्छी खबर है। ग्लोबल इंडेक्स ऑपरेटर MSCI ने अडानी समूह की दो कंपनियों- अडानी टोटल गैस और अडानी ट्रांसमिशन के शेयरों को ‘फ्री फ्लोट’ का वेटेज रिव्यू को मई तक के लिए स्थगित कर दिया है।
दरअसल, बीते दिनों MSCI ने अडानी ग्रुप की चार कंपनियों – अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन, एसीसी को फ्री फ्लोट के लिए वेटेज रिव्यू में बदलाव किया था। यह बदलाव फरवरी से लागू करने की बात कही गई थी, जिसके बाद अडानी ग्रुप के शेयरों भारी गिरावट देखी गई थी।
हालांकि, अब MSCI ने दो अडानी की दो कंपनी पर अपने फैसले में बदल दिया है। MSCI के मुताबिक फरवरी इंडेक्स रिव्यू में अडानी टोटल गैस और अडानी ट्रांसमिशन के ताजा अपडेट इंडेक्स पर दिखने शुरू हो जाएंगे। एमएससीआई ने पिछले सप्ताह कहा था कि अडानी समूह की कंपनियों के शेयर भाव को गलत तरीके से बढ़ाने का आरोप लगाने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर उसने समूह की सिक्योरिटीज से जानकारी मांगी है।
एमएससीआई ने कहा था कि वह अडानी समूह और उसकी कंपनियों के कामकाजी तौर-तरीकों के बारे में आई इस रिपोर्ट से अवगत है। एमएससीआई इस स्थिति के बारे में सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सूचना पर करीबी नजर रखे हुए है। वर्तमान में अडानी समूह से जुड़ीं आठ कंपनियां एमएससीआई स्टैंडर्ड सूचकांक का हिस्सा हैं।
तीन मोर्चे पर करेगा रिव्यू: वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (S&P) ने अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड के पर्यावरण, सामाजिक और गर्वनेंस (ईएसजी) तीन मोर्चे पर कंपनी का रिव्यू करेगा। एसएंडपी ने एक बयान में कहा, “हम भारतीय रेगुलेटरी द्वारा किसी भी जांच और अडानी समूह द्वारा किए गए किसी भी अतिरिक्त खुलासे सहित घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी करेंगे।”
क्या है मामला: अमेरिका की एक्टिविस्ट निवेश शोध फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को जारी एक रिपोर्ट में कहा था कि अडानी समूह की कंपनियों पर शेयरों के भाव बढ़ाने और अकाउंटिंग फ्राॅड समेत कई गंभीर आरोप भी लगाए गए थे। बता दें कि यह यह रिपोर्ट अडानी समूह की प्रतिनिधि कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ आने के ऐन पहले आई है।