मुंबई। व्यापक आर्थिक आंकड़ों की घोषणा, चीन में कोविड की स्थिति और वैश्विक रुझानों से इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की दिशा तय होगी। विश्लेषकों ने कहा कि इसके अलावा बाजार रुपये की चाल, कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी निवेश के रुझानों से भी प्रभावित होगा।
सैमको सिक्योरिटीज के मार्केट प्रमुख अपूर्व शेठ ने कहा, “भारतीय बाजार अपने अंतरराष्ट्रीय समकक्षों के अनुरूप प्रतिक्रिया दे सकते हैं। इस सप्ताह के अंत में फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक की टिप्पणियां सार्वजनिक की जाएंगी।”
विनिर्माण क्षेत्र के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े सोमवार को घोषित किए जाएंगे और बुधवार को आने वाले सेवा क्षेत्र के आंकड़े भी इक्विटी बाजार में कारोबार को प्रभावित करेंगे।
स्वस्तिक इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, “निकट भविष्य में 2024 के चुनाव से पहले का आखिरी बजट, चौथी तिमाही के नतीजे और मासिक ऑटो बिक्री के आंकड़े, ऐसी प्रमुख घटनाएं हैं, जिनसे बाजार जनवरी 2023 में प्रभावित होगा।”
उन्होंने कहा, “इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतें और रुपये की चाल अन्य महत्वपूर्ण कारक होंगे।” बाजार विशेषज्ञों की राय है कि इस साल भारतीय बाजार घरेलू और वैश्विक कारकों से प्रभावित होंगे, जिसमें कोरोना वायरस के हालात और आम बजट में नीतिगत पहल शामिल हैं।