मुंबई। वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख के बावजूद आईटी, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा शेयरों में भारी बिकवाली के दबाव में शुक्रवार को शेयर बेंचमार्क सेंसेक्स करीब 390 अंक गिर गया। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और लगातार विदेशी पूंजी की निकासी से भी निवेशकों का भरोसा टूट गया।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स मजबूत खुला लेकिन भारी बिकवाली के दबाव में 389.01 अंक या 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 62,181.67 पर बंद हुआ। इसी तरह, व्यापक एनएसई निफ्टी 112.75 अंक या 0.61 प्रतिशत गिरकर 18,496.60 अंक पर आ गया।
टॉप लूजर्स और गेनर्स
सेंसेक्स पैक में एचसीएल टेक 6.72 प्रतिशत की गिरावट के साथ शीर्ष पर रहा। इसके बाद टेक महिंद्रा, इंफोसिस, विप्रो, टीसीएस और रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्थान रहा। दूसरी ओर नेस्ले इंडिया, टाइटन, सन फार्मा, डॉ रेड्डीज, इंडसइंड बैंक और आईटीसी लाभ में रहे। सेक्टर-वार बढ़त की बात करें बीएसई आईटी, मेटल और टेक में 2.98 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि हेल्थकेयर और बैंकेक्स में लाभ हुआ। ब्रॉड मार्केट में बीएसई मिडकैप और लार्ज-कैप गेज 1 प्रतिशत तक फिसल गए।
एसआईपी में निवेश उच्च स्तर पर
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि म्युचुअल फंड उद्योग में व्यवस्थित निवेश योजनाओं या एसआईपी से आने वाला प्रवाह नवंबर में 13,306 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह निवेशकों की बढ़ती परिपक्वता और विश्वास को दर्शाता है। इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाओं में प्रवाह पिछले महीने के 9,390 करोड़ रुपये से नवंबर में 76 प्रतिशत घटकर 2,258 करोड़ रुपये रह गया।
विदेशी बाज़ारों का हाल
अमेरिकी बाजार में तेजी के बाद टोक्यो, हांगकांग, शंघाई और सियोल के शेयर हरे निशान में बंद हुए। मध्य सत्र के सौदों में यूरोप के शेयर भी हल्के लाभ के साथ कारोबार कर रहे थे। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 1,131.67 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।