नई दिल्ली। Agriculture commodity export: भारतीय कमोडिटी के निर्यात में अब तेजी देखी जाने लगी है। चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीने में कुल कमोडिटी निर्यात में करीब 5 फीसदी का इजाफा हुआ है। कुछ गैर बासमती चावल पर लगे प्रतिबंध से पहले कुल कमोडिटी निर्यात में सुस्ती देखी जा रही थी।
प्रमुख कमोडिटी में जहां गैर बासमती चावल के निर्यात में कमी आई है, वहीं बासमती चावल का निर्यात बढ़ा है। हालांकि गैर बासमती चावल के निर्यात पर लगे प्रतिबंधों में सितंबर महीने से ढील के बाद इसके निर्यात में सुधार देखने को मिल रहा है।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 के पहले 7 महीने यानी अप्रैल-अक्टूबर में 1.21 लाख करोड़ रुपये मूल्य की प्रमुख कमोडिटी का निर्यात हुआ, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 के इन्हीं महीनों में 1.15 लाख करोड़ रुपये मूल्य की प्रमुख कमोडिटी निर्यात हुई थी।
इस तरह चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीने में इन कमोडिटी के निर्यात में 5 फीसदी से ज्यादा वृद्धि दर्ज की गई है। डॉलर में प्रमुख कमोडिटी का निर्यात 3.77 फीसदी बढ़कर 1,451 करोड़ डॉलर हो गया।
कमोडिटी निर्यात में इस तेजी की वजह गैर बासमती चावल पर लगे प्रतिबंध में ढील देना है क्योंकि सितंबर में कुछ गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध हटने से पहले इस वित्त वर्ष अगस्त तक कुल कमोडिटी निर्यात में गिरावट दर्ज की गई थी।
चालू वित्त वर्ष में अगस्त तक 85,628 करोड़ रुपये मूल्य की कुल प्रमुख कमोडिटी निर्यात हुई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में निर्यात हुई 86,723 करोड़ रुपये मूल्य की इन कमोडिटी से 1.26 फीसदी कम थी। चालू वित्त वर्ष में ताजे व प्रोसेस्ड फल व सब्जी और LIVESTOCK PRODUCTS के निर्यात में वृद्धि देखी गई है।
बासमती चावल का निर्यात बढ़ा
APEDA के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2024-25 की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में 23,341 करोड़ रुपये मूल्य के 57.68 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ है, जबकि पिछली समान अवधि में 23,930 करोड़ रुपये मूल्य का 73.17 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ था। इस तरह गैर बासमती चावल के निर्यात में मूल्य के लिहाज से 2.50 फीसदी और मात्रा के लिहाज से 21 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि सरकार द्वारा कुछ गैर बासमती चावल के निर्यात पर लगी पाबंदियां सितंबर में हटाने के बाद इसके निर्यात में सुधार हुआ है।
चालू वित्त वर्ष में अगस्त में गैर बासमती चावल के निर्यात में मात्रा के लिहाज से 36 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी, जो अक्टूबर तक घटकर 21 फीसदी रह गई। बासमती चावल के निर्यात में तेजी देखी जा रही है। चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीने में 28,281 करोड़ रुपये मूल्य का 32.43 लाख टन बासमती चावल निर्यात हुआ, जो पिछली समान अवधि में 24,411 करोड़ रुपये मूल्य के करीब 26 लाख टन निर्यात से मूल्य के लिहाज से करीब 16 फीसदी और मात्रा के लिहाज से 24 फीसदी ज्यादा है।