स्पीकर बिरला ने कहा यह सामूहिकता ही हमारी शक्ति
कोटा। वैश्य समाज का अन्नकूट महोत्सव रविवार को भव्यता के साथ सीएडी ग्राउण्ड में मनाया गया। कोटा जिला वैश्य महासम्मेलन संस्था के बैनर तले वैश्य समाज के सभी 22 घटक इस आयोजन में शामिल हुए ,जिसने इसे समाज का महाकुंभ बना दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि यह सामूहिकता ही वैश्य समाज की शक्ति है जो हमें आगे बढ़ने की ऊर्जा देती है। हमारे पूर्वजों ने हमें समाज को देने के संस्कार दिए हैं। यह संस्कार हमें प्रेरणा देते हैं कि समाज के समक्ष जब भी कोई कठिनाई आए तो वैश्य समाज सहायता करने में अग्रणी रहता है।
स्पीकर बिरला ने कहा कि देश की प्रगति में उद्योग और व्यापार का महत्वपूर्ण स्थान हैं। इन दोनों के सृजन मेें वैश्य समाज आगे रहा है। वैश्य समाज ने आत्मनिर्भरता के माध्यम से स्वयं को तो सशक्त किया ही है अनेक लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाकर उनके जीवन को बेहतर बनाने का भी प्रयास किया है। परन्तु अब भी समाज में वंचित वर्ग है, जिस तक हमें पहुंचना है। आज के इस कार्यक्रम से हम उनके जीवन में नई रोशन लाने का संकल्प लेकर लौटें।
कार्यक्रम को स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व आयोजन के मुख्य संयोजक राकेश जैन मड़िया, कोटा जिला वैश्य महासम्मेलन संस्था के जिलाध्यक्ष दिनेश विजय, पूर्व महापौर महेश विजय ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन भुवनेश गुप्ता ने किया।
वरिष्ठजनों का किया सम्मान
कार्यक्रम में कोटा जिला वैश्य महासम्मेलन संस्था की ओर से 75 वर्ष से अधिक उम्र के 175 से अधिक वरिष्ठजनों का सम्मान किया गया। वरिष्ठजनों का सम्मान करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि ये सभी हमारे उत्कृष्ट मार्गदर्शक है। उनका अनुभव हमें सबके भले की राह पर आगे बढ़ने को प्रेरित करता है। इसके साथ कार्यक्रम में समाज के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और कम्पनी सेक्रेटरीज़ का भी सम्मान किया गया।
श्रीनाथजी की झांकी बनी आकर्षण
अन्नकूट महोत्सव में श्रीनाथजी की झांकी सबके आकर्षण का केंद्र रही। झांकी के नजदीक बेहद सुंदर सजावट की गई थी, सामने भोग भी लगाया गया था। कार्यक्रम में सम्मिलित हुए करीब 30 हजार समाज बंधुओं ने श्रीनाथ जी के दर्शनों के बाद ही महाप्रसादी ग्रहण की।
तिलक लगाकर किया स्वागत
कार्यक्रम में आए वैश्य समाज के लोगों का बड़े स्नेह से स्वागत किया गया। साफा बांधे समाज की युवतियों ने सभी अतिथियों का तिलक लगाकर अभिनंदन किया। इसके बाद आयोजन स्थल पर भी समाज की अलग-अलग टीमों ने समाजबंधुओं की अगवानी की।