कोटा दशहरा 2022: मोहब्बत कर तो लेते हैं, निभाना भूल जाते हैं……

0
237

कव्वाली में भिड़े हमसर हयात और गीता चिश्ती

कोटा। राष्ट्रीय मेला दशहरा में मंगलवार की रात को विजय श्री रंगमंच पर जबरदस्त कव्वाली मुकाबला हुआ। हमसर हयात और गीता चिश्ती ने एक से बढ़कर एक कलाम पेश करते हुए मीठी लडाई की। एक दूसरे के जवाबों को सुनकर श्रौता रोमांचित हो गए।

हमसर हयात ने “तेरी रहमतों का दरिया सरे आम बह रहा है…” गाकर खूब दाद लूटी। इसके बाद उन्होंने “हम लोग मोहब्बत वाले हैं..” के द्वारा गीता चिश्ती पर जबरदस्त हमला किया। उन्होंने ” बंदा गरीब है…”, ” दीवाना तेरा आया…”, ” तुम्हें दिल्लगी…, इश्क का राजा…” सरीखे कलाम पेश किए।

हमसर हयात के कलाम का जवाब देते हुए गीता चिश्ती ने खूब शेर पेश किए। उन्होंने शुरुआत “चाहत तेरे करम की…” से की। इसके बाद सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल देते हुए ” मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे में तेरे आगे सर है झुकता…” सुनाया। इसके बाद नाते रसूल “जब हुस्न था उनका जलवानुमा, अनवार का आलम क्या होगा…” पढ़ा तो सभी वाह वाह कह उठे। उन्होंने मनकवत गरीब नवाज पेश करते हुए “मैं तो दीवानी हो गई, मैं तो मस्तानी हो गई..” गाया। गजल “मोहब्बत कर तो लेते हैं, निभाना भूल जाते हैं… लगाकर आग सीने में बुझाना भूल जाते हैं…” पेश किया तो तालियों की गड़गड़ाहट से मेला परिसर गूंज उठा।

इससे पहले वक्फ कमेटी के चेयरमेन सरफराज अंसारी, रहीम खान, देहात जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मंजूर तंवर, वक्फ कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष वाहिद कुरेशी, बादशाह खान, साजिद जावेद, गद्दीनशीन पांच पीर सरकार रफीक शाह बाबा, मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा, उप महापौर सोनू कुरेशी, पवन मीणा, मेला अधिकारी गजेंद्र सिंह, सदस्य इसरार मोहम्मद, पार्षद अख्तर मोहम्मद अब्बासी, शमा परवीन, तबस्सुम मिर्जा, जियाउद्दीन, शाइना घोसी, आसमां खान, रफीक अहमद, युनुस मोहम्मद, फैजल बेग, शबनम कुरेशी, नसरीन मिर्जा, अब्दुल सलीम, हीना बानो ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।