कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोटा-बूंदी का जनप्रतिनिधि होने के नाते क्षेत्र की जनता के प्रति मेरी विशेष जिम्मेदारी है। मेरा लक्ष्य है कि संसदीय क्षेत्र का प्रत्येक ग्रामीण और किसान आत्मनिर्भर बने तथा प्रत्येक युवा का सशक्तिकरण हो। इसके लिए व्यापक कार्ययोजना पर कार्य कर रहे हैं। वे मंगलवार को बूंदी जिले के करवर में आयोजित प्रबुद्धजन दीपावली स्नेह मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में उपस्थित विशाल जनसमूह को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि जल्द ही ग्रामीण क्षेत्रों में किसान सम्मेलनों का आयोजन प्रारंभ किया जाएगा। इन सम्मेलनों में देश के प्रमुख कृषि विशेषज्ञ और वैज्ञानिक भी आएंगे। किसानों से उनको सीधा संवाद करने का अवसर मिलेगा।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि इसी तरह वे कोटा-बूंदी के किसानों को उत्कृष्ट बीज और दवाएं भी उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत हैं। इसके लिए उनकी कृषि क्षेत्र के वरिष्ठ जानकारों से बात हुई है। किसान यहां की जलवायू, पानी की उपलब्धता तथा अन्य मानकों के अनुरूप फसल का चयन कर सकें, इसके लिए किसानों को दिल्ली बुलवाकर पूसा जैसी प्रतिष्ठित कृषि संस्थाओं में संवाद व प्रशिक्षण का अवसर भी दिलावाया जाएगा।
प्रत्येक किसानों को दिलाएंगे सरकारी योजनाओं का लाभ
बिरला ने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए सरकार ने अनेक योजनाएं बनाई है, लेकिन यह भी एक सच्चाई है सभी किसानों तक इन योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच पाया है। किसानों को लाभान्वित करवाने के लिए जागरूक युवाओं को आगे आना होगा। उन्होंने आश्वस्त किया ऐसे युवाओं की हरसंभव सहायता के लिए वे स्वयं तत्पर रहेंगे।
सब मिलकर तय करें विकास की प्राथमिकताएं
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि लोकतंत्र हमारे जीवन का स्थायी भाग है। जब देश आजाद नहीं हुआ तब भी लोग मिलकर प्रमुख विषयों और समस्याओं पर सामूहिक रूप से निर्णय करते थे। आज इस तरह के प्रयासों की विशेष आवश्यकता है। प्रबुद्धजन आपस में चर्चा कर क्षेत्र के विकास की प्राथमिकताएं तय करें और फिर उन्हें पंच-सरपंच, विधायक और सांसदों को उनके दायित्वों के अनुरूप बताएं। वे स्वयं कोशिश करेंगे कि प्रत्येक समस्या और आवश्यकता का उचित समाधान हो।
विकास कार्यों में नहीं हो राजनीति
स्पीकर बिरला ने जनप्रतिनिधियों को भी चेताया कि विकास कार्यों में राजनीति नहीं होनी चाहिए। चुनाव भले ही राजनीतिक विचारधारा पर होते हैं, लेकिन निर्वाचित होने के बाद सम्पूर्ण क्षेत्र का विकास और प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओं का निराकरण जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी होती है। इसमें किसी भी जनप्रतिनिधि को भेदभाव नहीं करना चाहिए। जो जनप्रतिनिधि या सरकार भेदभाव से काम करे हैं, वे ज्यादा समय तक टिक नहीं पाते।
त्यौहार की खुशियां तो परिवार के साथ
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने बताया कि सोमवार को दिल्ली से रवाना होने से पूर्व कुछ सांसदों ने पूछा कि दिवाली कहां की मनाएंगे। इस पर उन्होंने कहा कि त्यौहार की खुशियां तो परिवार के साथ हैं और मेरा परिवार कोटा-बूंदी की जनता है। दीपावली का उल्लास और उमंग तो परिवार के बीच आकर ही महसूस होता है। उन्होंने कहा कि कोटा-बूंदी की जनता से मेरा रिश्ता बेटे और भाई का है। मेरी कोशिश रहती है कि इस रिश्ते को बेहद जिम्मेदारी और संजीदगी के साथ निभाऊं।
बिरला के मार्गदर्शन में होगा विकास
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केशवरायपाटन विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष बिरला के मार्गदर्शन में क्षेत्र का विकास होगा। सरकार चाहे किसी भी दल की हो लेकिन विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए सभी दलों के प्रतिनिधि सामूहिक प्रयास करेंगे। कार्यक्रम में पूर्व विधायक प्रभुलाल करसोलिया, भाजपा जिलाध्यक्ष छीतरलाल राणा, नैंनवा पंचायत समिति प्रधान पदम नागर, तालेड़ा प्रधान राजेश रायपुरिया, केपाटन प्रधान वीरेंद्र सिंह, मंडल अध्यक्ष मुकेश जिंदल सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
स्पीकर बिरला के स्वागत में उमड़ा जनसैलाब
इससे पूर्व करवर पहुंचने पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला के स्वागत करने के लिए जनसैला उमड़ पड़ा। कार्यक्रम स्थल से डेढ़ किलोमीटर दूर तक स्वागत को आतुर लोगों का हुजूम जमा था। आमजन की भावनाओं को देखते हुए स्पीकर बिरला भी गाड़ी से उतरकर पैदल की कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ने लगे। रास्ते में लोगों के बीच उन्हें माला पहनाने और साफा बांधने की होड़ दिखाई दी। बिरला भी सबसे बड़ी आत्मियता और स्नेह से मिले और दीपावली की बधाई भी दी।
तीर्थक्षेत्र और मंदिर के किए दर्शन
इससे पूर्व कोटा से करवार जाते समय लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने इंद्रगढ़ क्षेत्र में आराध्य बीजासन माताजी मंदिर में दर्शन कर दीपावली पर देश की उन्नति तथा देशवासियों के कल्याण की प्रार्थना की। इसी तरह उन्होंने दिगंबर जैन सहस्त्रफणी पार्श्वनाथ अतिशय तीर्थक्षेत्र में दर्शन कर सभी के लिए सुख और शांति की कामना की। मंदिर परिसर में पौधारोपण के दौरान उन्होंने समाजबंधुओं से विविध विषयों पर चर्चा भी की।