कोटा। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल के दाम 35 पैसे प्रति लीटर और डीजल के भाव (Diesel Price) 18 पैसे प्रति लीटर और बढ़ाए गए हैं। इसके बाद राजस्थान में पेट्रोल करीब 111 रुपये लीटर डीजल के दाम 103 रुपये प्रति लीटर के पास पहुंच गए हैं। राजस्थान में वैट की दर अधिक होने से पेट्रोल और डीजल के दाम ऐतिहासिक उच्चस्तर पर पहुंच गए हैं। राजस्थान में पेट्रोल 34 दिनों में 9.66 रुपये और डीजल 33 दिनों में 9.04 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।
श्रीगंगानगर में पेट्रोल 36 पैसे महंगा होकर 110.78 रुपये प्रति लीटर और डीजल 18 पैसे बढ़कर 102.61 रुपये प्रति लीटर पर जा पहुंचा। कोटा में पेट्रोल 36 पैसे तेज होकर 105.84 रुपये प्रति लीटर कर डीजल 18 पैसे उछल कर 98.06 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
चार मई से कितनी बार बढ़े भाव
चार मई से पेट्रोल के दाम 34 बार और डीजल के भाव (Diesel Price) 33 बार बढ़ाए गए हैं। इस दौरान राजस्थान में पेट्रोल 34 दिनों में 9.66 रुपये और डीजल 33 दिनों में 9.04 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। ओपेक (OPEC) देशों की वियना में बैठक हुई थी। इसमें आगामी अगस्त से दिसंबर के दौरान कच्चे तेल का उत्पादन (Crude Oil Production) बढ़ाने पर फैसला होना था। लेकिन 11 घंटे तक चली बैठक के बाद भी कोई फैसला नहीं हो पाया। इससे कच्चे तेल के बाजार में निराशाजनक स्थिति बनी। शुक्रवार को बाजार बंद होते समय ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) 76.17 डॉलर प्रति बैरल पर सेटल हुआ जो कि एक दिन पहले के मुकाबले 0.33 डॉलर ज्यादा है।
राजस्थान में वैट की दरें ज्यादा
राजस्थान में पेट्रोल पर 36 और डीजल पर 26 प्रतिशत वैट है। जो देश में सबसे अधिक है। भाजपा के शासन में पेट्रोल पर 26 और डीजल पर 18 प्रतिशत वैट था। गहलोत सरकार आने के बाद 10 से 12 फीसदी वैट बढ़ाया गया। इससे पेट्रोल पर 38 प्रतिशत और डीजल पर 28 प्रतिशत वैट हो गया। इसके बाद जनता का दबाव बढ़ा तो जनवरी 2021 में मात्र दो प्रतिशत वैट कम किया।