कोटा। हाड़ौती संभाग के करीबन 2 लाख अग्रवालों के लिए सामाजिक और आध्यात्मिक चेतना का केन्द्र कोटा में स्थापित किया जाएगा। अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन के चैयरमेन प्रदीप मित्तल ने बताया कि शहर के थेगड़ा क्षेत्र में महालक्ष्मी, महाराजा अग्रसेन और माता माधवी का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। जो अग्रोहा स्थित अग्रधाम की तर्ज पर तैयार होगा। प्रदीप मित्तल कोटा में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि यह मंदिर हाड़ौती का एकमात्र अग्रधाम तकरीबन 7 हजार वर्गफीट क्षैत्र में होगा। राजस्थान में महाराजा अग्रसेन के जयपुर, माउंट आबू आदि में मंदिर हैं, लेकिन हाड़ौती के अग्रवाल समाज के लिए यह विशेष आकर्षण का केन्द्र होगा। फिलहाल जमीन को लेकर बात चल रही है। मंदिर का भूखण्ड अग्रवाल समाज के द्वारा ही क्रय किया जा रहा है।
प्रदेशाध्यक्ष जीपी गुप्ता ने पत्रकार वार्ता में बताया कि अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन की स्थापना ही समाज के पिछड़े तबके को उठाने, समाज के वंचित वर्ग को आगे लाने और समाज में आध्यात्मिक चेतना का विकास करने के लिए किया गया है। अग्रवाल संगठन के जिला अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल चूनावाले ने कहा कि देश की आजादी से लेकर अब तक देश निर्माण में अग्रवाल समाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अग्रवाल समाज ने देश की किसी भी आपदा, धार्मिक कार्यों, सामाजिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस संगठन के माध्यम से भी समाज के सेवाकार्यों को आगे बढाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि संगठन के माध्यम से सेवा कार्यों, जनहित के कार्यों को किया जाएगा। महामन्त्री राजेश मित्तल ने कहा कि कोटा में शीघ्र ही 5000 सदस्य बनाए जाएंगे। कोटा में शीघ्र ही महालक्ष्मी अग्रसेन मंदिर भी बनाया जाएगा। महिला अध्यक्ष गायत्री मित्तल ने संगठन के तत्वावधान में किए जाने आगामी सेवा कार्यों के बारे में जानकारी दी। रेणु अग्रवाल ने कहा कि महाराजा अग्रसेन की त्याग तपस्या बलिदान की ऊर्जा हमें हमेशा जनसेवा के कार्यों के लिए प्रेरित करती है। सेवाकार्य करना हमारा परम धर्म है। इस अवसर पर प्रदेशाध्यक्ष जीपी गुप्ता, युवा प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र अग्रवाल, संभागीय अध्यक्ष रामविलास जैन, संरक्षक जगदीश अग्रवाल, महावीर प्रसाद जैन, कोटा जिला युवा अध्यक्ष विनीत अग्रवाल, सचिव सौरव जैन उपस्थित थे।
दहेज प्रथा के विरोध में अभियान चलाएंगे
गाायत्री मित्तल ने बताया कि अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन की ओर से दहेज प्रथा के विरोध में अभियान शुरू किया जाएगा। इसके तहत बौद्विक, शैक्षणिक व नारी शिक्षा को बढ़ावा देने वाले सेमीनार एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जाएगा। वहीं, संगठन की ओर से विवाह योग्य युवक-युवतियों के लिए समय-समय पर परिचय सम्मेलनों के आयोजन, गरीबों की सहायता, जरूरतमंद कन्याओं के विवाह, समाज में फैली दहेज जैसी सामाजिक बुराई को दूर करने के लिए विशेष अभियान चलाने, विभिन्न बीमारियों से पीड़ित रोगियों के लिए समय-समय पर निशुल्क कैम्प व सेमीनार का आयोजन, महाराजा अग्रसेन की जयंती, राष्ट्रीय पर्व, महापुरूषों की जयंतियां धूमधाम से मनाना आदि कार्य किए जाएंगे।