नई दिल्ली। सीबीएसई ने छठी से आठवीं क्लास के लिए असेसमेंट सिस्टम बदलने का फैसला लिया है। अब सीबीएसई अफिलीएटड स्कूलों में छठी से आठवीं क्लास के स्टूडेंट्स का असेसमेंट उसी पैटर्न पर होगा जो एनसीईआरटी ने बनाया है।
अब तक सीबीएसई, एनसीईआरटी के पैटर्न की बजाय अपने बनाए अलग सिस्टम के हिसाब से असेसमेंट करता रहा है। इसे लेकर बाल आयोग यानी नैशनल कमिशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (एनसीपीसीआर) ने आपत्ति जताई थी और तत्काल इस सिस्टम को वापस लेने का निर्देश दिया था।
वापस लिया अपना सिस्टम
सीबीएसई ने एनसीपीसीआर के निर्देश के बाद अब अपना बनाया सिस्टम वापस ले लिया है। सीबीएसई की तरफ से सभी अफिलीएटड स्कूलों को भी इस संबंध में जानकारी दे दी गई है।
एनसीपीसीआर मेंबर प्रियंक कानूनगो ने कहा कि बोर्ड का यह काम शिक्षा में सुधार की तरफ देश को आगे ले जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ बस्ते का बोझ कम होगा बल्कि जो अकैडमिक भेदभाव चल रहा था, वह भी कम होगा।
सीबीएसई ने बनाया था एनसीईआरटी से अलग सिस्टम
एनसीईआरटी ने असेसमेंट के लिए कंटिन्युअस ऐंड कॉम्प्रिहेन्सिव इवैल्यूऐशन (सीसीई) मॉडल तैयार किया है। लेकिन सीबीएसई इस सीसीई पैटर्न को फॉलो नहीं कर रहा है। सीबीएसई से संबंधित स्कूल अलग सीसीई पैटर्न लागू कर रहे हैं।
एनसीईआरटी ने जो सीसीई मॉडल बनाया है उसमें फॉरमेटिव असेसमेंट यह परखने के लिए होता है कि टीचर किस तरह पढ़ा रहे हैं और उससे बच्चे की सीखने की योग्यता बढ़ रही है या नहीं। इसके ग्रेड बच्चों को नहीं दिए जाते। यह टीचर का मूल्यांकन होता है।
सब्मिटिव असेसमेंट में बच्चों को टेस्ट होता है और इसी असेसमेंट के मार्क्स बच्चों की मार्कशीट पर होते हैं। लेकिन सीबीएसई के सीसीई पैटर्न में बच्चों की मार्कशीट पर 40 पर्सेंट मार्क्स फॉरमेटिव असेसमेंट के होते हैं और 60 पर्सेंट सब्मिटिव असेसमेंट के। एनसीपीसीआर के मुताबिक राइट टु एजुकेशन का उल्लंघन है।
असमान शिक्षा का बढ़ावा और महंगी पढ़ाई
कमिशन के मुताबिक अलग सीसीई पैटर्न होने की वजह से सीबीएसई के स्कूल एनसीईआरटी के अलावा अलग किताबों से पढ़ाते हैं और स्टूडेंट्स को प्राइवेट पब्लिशर्स की किताबें खरीदने को कहते हैं। इससे बच्चों को महंगी किताबें खरीदनी पड़ती हैं। साथ ही यह असमान शिक्षा को भी बढ़ावा दे रहा है।
कमिशन मेंबर प्रियंक कानूनगो ने कहा कि पिछली सरकारों में जो अनियमितता चली आ रही थी उसे ठीक करना ही है, साथ ही सबको कानून का पालन करना होगा।
कमिशन ने सीबीएसई को निर्देश दिया था कि सीबीएसई का नया यूनिफॉर्म सिस्टम तभी लागू हो सकता है जब एनसीईआरटी अकैडमिक अथॉरिटी होने के नाते इसे मान्यता दे। कमिशन ने सीबीएसई से अपना सीसीई पैटर्न वापस लेने को कहा था। जिसे अब सीबीएसई ने वापस ले लिया है।