सवालों को चुटकियों में हल करने की तकनीक है ‘वैदिक गणित’, वीडियो

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रघुवीर सिंह सोलंकी,कोटा
वैदिक गणित विशेषज्ञ

कड़ी प्रतियोगिता के इस दौर में जहां भविष्य संवारने के लिए आपको हर कदम परीक्षा से गुजरना पड़ता है, वहीं इस कठिन सफर में आपके साथ और भी कई ऐसे साथी होते हैं, जो आपको पीछे छोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ते। जीत और हार में अंतर है तो बस तकनीक के साथ फुर्ती का। अधिकांश तौर पर देखा गया है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न समय के अभाव में छूट जातें हैं।

खासतौर से गणित सेक्शन में जहां जटिल गणना वाले सवालों को कुछ ही पलों में हल करने का टारगेट दिया जाता है। कुछ ही प्रतिभागियों को छोड़ बाकी अधिकांश सवालों को ठीक से हल नहीं कर पाते। समय कम पड़ जाता है और तनावग्रस्त हो जाते हैं। ऐसे समय में हमें आवश्यकता होती है ऐसी तकनीक की जो पलक झपकते ही सवालों के हल निकाले तथा बहुमूल्य समय को बर्बाद होने से बचा सके तथा तनाव से मुक्ति मिले। 

सर्वश्रेष्ठ तकनीक है वैदिक गणित
इसके लिए सर्वश्रेष्ठ तकनीक है हमारी भारतीय विधा वैदिक गणित।आज के कम्प्यूटर युग में जहां हमारे कार्यं आसान एवं त्वरित हुए हैं, वहीं गणित में गणना करने का तरीका वही है, जैसे कच्चे रास्ते पर बैलगाड़ी से सफर करना। प्रचलित ऊबाऊ तरीकों से गणना करने में समय व कागज दोनों की बर्बादी होती है। इसलिए त्वरित हल एवं अच्छी सफलता प्राप्त करने में वैदिक गणित सर्वोत्तम है। इसके ज्ञान से बच्चे और अधिक स्मार्ट बनते है।

वैदिक गणित का सूत्रपात
भारतीय विधा वैदिक गणित की परम्परा को सदियों के बाद अंधकार से निकालकर पुनर्जीवित करने का श्रेय गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी भारती कृष्णतीर्थ (1884-1960) को जाता है। 
उन्होंने वेद शास्त्रों का कई वर्षों तक गहन अध्ययन किया।  गणित पर अपने शोधकार्य (1911-1919) तक के आधार पर उनमें छिपे गूढ़ रहस्यों से 16 सूत्र एवं 13 उपसूत्रों के माध्यम से वैदिक गणित का आधार स्तम्भ दिया। 

वैदिक गणित की विशेषता 
यह बार-बार दुहराई जाने वाली मूलभूत संक्रियाओं तथा अंको के स्वभाव को भांति-भांति समझकर उन्हें अधिक कुशलता से कम से कम में पूरा करने की कला हैं।  सूत्रों को समझने और उनका उपयोग करने के लिए संस्कृत के ज्ञान की आवश्यकता नहीं होती। इन सूत्रों की सहायता से बड़ी-बड़ी गणनाओं को तुरन्त मौखिक हल कर सकते है।

बिना आंसू की गणित 
वैदिक गणित को मानस गणित तथा बिना आंसू की गणित भी कहा जाता है। बड़ी से बड़ी संख्याआें का जोड़, गुणा, भाग , लसप , मसप, वर्गमूल, घनमूल, वर्ग, घनफल, निकालना वैदिक गणित के आसान फार्मूलों से तत्काल मौखिक संभव है। ये फार्मूले अंकगणित के अलावा गणित की अन्य शाखाओं जैसे बीजगणित, रेखागणित, त्रिकोणमिति, अवकलन, समाकलन आदि में उपयोगी है।