वाहनों के लिए BS6 2nd Stage मानक 1 अप्रैल से होगा लागू, कारें होंगी महंगी

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नई दिल्ली। वाहनों के लिए एक अप्रैल 2023 से BS6 2nd Stage मानक लागू होने जा रहा है। ऑटोमोबाइल कंपनियां इस तारीख से बीएस 6-II उत्सर्जन मानकों के अनुरूप ही कारों को बनाएगी। इसके चलते, नए उपकरण और सॉफ्टवेयर पर आने वाले खर्च की भरपाई जनता से कराएगी। इसलिए ऐसा अनुमान लगाया जा रही है कि कंपनिया 50 हजार रुपये तक अपनी कारों को महंगी कर देगी।

क्या होंगे बदलाव: बीएस 6-II उत्सर्जन मानकों के मुताबिक, कार को बाइक को बनाने पर वाहनों में ऐसे उपकरण लगाने होंगे, जो चलती हुई गाड़ी में उत्सर्जन स्तर की निगरानी कर सकें। इसको चेक करने के लिए ये उपकरण जैसे कैटलिक कन्वर्टर और ऑक्सीजन सेंसर जैसे कई हिस्सो पर अधिक नजर रखेगा। इसके अलावा वाहनों में खर्च होने वाले ईंधन के स्तर को कंट्रोल करने के लिए प्रोग्राम्ड ईंधन इंजेक्टर का भी इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही वाहन निर्माता कंपनियां वाहनों में इस्तेमाल होने वाली चिप को भी कंपनियां अपग्रेड करेगी।

कारें होंगी महंगी: नए मानक के मुताबिक,वाहनों में नए उपकरण और सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से वाहन निर्माता कंपनियों की लागत में इजाफा होगा। इसके साथ ही प्रोडक्शन को भी कंपनी तेजी से बढ़ाएगी। जिसके कारण कीमत में बढ़ोतरी की जाएगी। जब 1 अप्रैल 2020 में बीएस 6-I उत्सर्जन मानक लागू किया गया था, तब भी कारों की कीमत में 50 हजार रुपये तक की बढ़ोतरी की गई थी। वहीं इस नए मानक के आने से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कीमत में बढ़ोतरी की जाएगी।

इंजन क्षमता में होगी वृद्धि: कार और बाइक के कीमत में बढ़ोतरी के साथ -साथ इसके इंजन क्षमता में भी वृद्धि होगी। बीएस 6-II उत्सर्जन मानक लागू होने पर भारतीय बाजार में मिलने वाली गाड़ियां यूरो-6 स्टेज के उत्सर्जन मानकों के बराबर ही हो जाएगी। एमिशन नॉर्म्स में हालिया बदलाव बीएस 4 से बीएस 6 के बाद यूरो 6 हैं। आपको बता दें, कि यूरोप में उत्सर्जन मानदंडों में यूरो 6 सितंबर 2014 में ही लागू कर दिया गया था। 6 उत्सर्जन मानकों को वाहनों के निकलने वाले हानिकारक प्रदूषण को कम करने के लिए लागू किया गया था।