निवेश का मौका: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की तीसरी सीरीज 18 दिसंबर से

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नई दिल्ली। इस वित्त वर्ष के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की तीसरी सीरीज 18 तारीख से सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध होगी। आरबीआई (RBI) की तरफ से जारी किए जाने वाला यह 66वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड है। केंद्रीय बैंक ने पहला सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2015 में जारी किया था जो पिछले महीने की 30 तारीख यानी 30 नवंबर को मैच्योर भी हो गया। इससे पहले इस वित्त वर्ष की पहली और दूसरी सीरीज को निवेशकों से तगड़ा रिस्पांस मिला था और दोनों सीरीज में रिकॉर्ड खरीदारी की गई थी।

सितंबर में आई दूसरी सीरीज में लोगों ने अब तक सबसे ज्यादा 1,16,73,960 यूनिट यानी 11.67 टन सोने की वैल्यू के बराबर बॉन्ड को सब्सक्राइब किया। जबकि पहली सीरीज में खरीदारी 77,69,290 यानी 7.77 टन रही थी। सोने की कीमतों में आगे और तेजी की संभावना को देखते हुए इस सीरीज में भी शानदार खरीदारी देखी जा सकती है।

इश्यू प्राइस?
आईबीजेए के रेट मायने रखते हैं क्योंकि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू और रिडेम्प्शन प्राइस भी आईबीजेए से मिले रेट के आधार पर ही तय होते हैं। नियमों के अनुसार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू प्राइस सब्सक्रिप्शन पीरियड से ठीक पहले के 3 कारोबारी दिन के लिए आईबीजेए से प्राप्त 24 कैरेट गोल्ड (999) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होता है। इस 66वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का सब्सक्रिप्शन पीरियड 18 दिसंबर से 22 दिसंबर तक है।

चूंकि 16 और 17 दिसंबर को शनिवार और रविवार है, इसलिए 13, 14 और 15 दिसंबर के भाव के आधार पर ही इस सीरीज का इश्यू प्राइस तय होगा। आईबीजेए से प्राप्त 13 दिसंबर, 14 दिसंबर और 15 दिंसबर के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज 6,199 रुपये है। इसलिए इस 66वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस भी 6,199 रुपये प्रति यूनिट होना चाहिए।

इन्वेस्टमेंट डिमांड की क्या है स्थिति?
सोने में इन्वेस्टमेंट डिमांड को लेकर भी स्थिति बेहतर हुई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक दुनिया के सबसे बड़े गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (SPDR Gold Shares ETF) में नवंबर के दौरान 1 बिलियन डॉलर का नेट/शुद्ध निवेश (net inflow) हुआ। मार्च 2022 के बाद इस फंड में यह सबसे ज्यादा निवेश है। इससे पहले लगातार 5 महीने इस फंड से निकासी (net outflow) देखने को मिली थी।