कोटावासियों की रिंग रोड की बरसों पुरानी मांग पूरी होगी, 317 करोड़ मंजूर

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नई दिल्ली/कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से कोटा को एक और बड़ी सौगात मिली है। नेशनल हाइवे आथाॅरिटी ऑफ़ इंडिया ने नाॅदर्न बायपास के फेज-2 के लिए 317.74 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इसके निर्माण के बाद कोटावासियों की रिंग रोड की बरसों पुरानी मांग पूरी हो जाएगी।

गामछ से प्रारंभ होकर बल्लोप तक जाने वाले फेज-2 मार्ग की कुल लंबाई 12.915 किमी होगी। इसमें 31 माइनर ब्रिज होंगे जिनसे रास्ते में आने वाले मेजर तथा माइनर ड्रेन को कवर किया जाएगा। इन माइनर ब्रिज की लंबाई 6 मीटर से 25 मीटर की होगी।

कोटा रिंग रोड में सदर्न बायपास का काम पूरा हो चुका है। जबकि नाॅदर्न बायपास में फेज-1 में 2.1 किमी का काम बाकी है। इसके बाद से फेज-2 प्रारंभ होगा जिसकी शुरूआत गामछ में वेहीक्युलर अंडरपास से होगी। वेहीक्युलर अंडरपास के जरिए वर्तमान रोड के ऊपर फेज-2 का एलीवेटड रोड बनाया जाएगा। फेज-2 बल्लोप पर जाकर समाप्त होगा और कुल 72 किमी लंबे रिंग रोड को पूरा कर देगा।

जयपुर-बारां की दूरी 18 किमी घटेगी
नाॅदर्न बायपास पूरा होने के बाद जयपुर से बारां की दूरी 18 किमी कम हो जाएगी। बल्लोप पहुंचने के बाद वर्तमान मार्ग से बारां की ओर जाने के लिए वाहन को करीब 45 किमी की दूरी तय करनी होती है। जबकि नाॅदर्न बायपास के रास्ते गुजरने पर दूरी 27 किमी ही रह जाएगी।

कोटा में ट्रेफिक का दबाव होगा कम
नाॅदर्न बायपास का निर्माण पूरा होने के बाद कोटा में यातायात का दबाव भी कम होगा। अभी रिंग रोड पूरा नहीं होने के कारण एक छोर से दूसरे छोर की ओर जाने वाले वाहन कोटा शहर के बीच से होकर गुजरते हैं। लेकिन निर्माण के बाद यह वाहन शहर में प्रवेश किए बिना ही आगे निकल जाएंगे।

यूआईटी को मिली फेज-1 की मुआवजा राशि
लोकसभा अध्यक्ष बिरला के प्रयासों से नाॅदर्न बायपास के फेज-1 में शेष बचे 2.1 किमी का विवाद भी हल हो गया है। किसानों की मुआवजा राशि को लेकर जो आपत्ति थी, उसे स्पीकर बिरला ने दूर करवा दिया है। किसानों को मिलने वाली 11 करोड़ रूपए की मुआवजा राशि एनएचएआई ने यूआईटी के खाते में जमा करवा दी है। न्यास अब इसे किसानों को वितरित करने के बाद लंबे समय से बाकी चल रहे 2.1 किमी हिस्से का काम प्रारंभ करवाएगा।