इंडियन ओवरसीज बैंक MSME को अगले दो साल में 50 हजार करोड़ का लोन देगा

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नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंकों में शुमार इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अजय कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा कि बैंक इस समय एमएसएमई सेगमेंट पर पूरा ध्यान दे रहा है और अगले 18 से 24 महीनों के अंदर इस सेगमेंट में लोन की राशि का 31 हजार करोड़ से बढ़ाकर 50 हजार करोड़ रुपए किया जाएगा।

लक्ष्य पाने के लिए 200 शाखाओं की पहचान
हैदराबाद में एमएसएमई कस्टमर आउटरीच कार्यक्रम में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए श्रीवास्तव ने कहा कि बैंक ने इस लक्ष्य को पाने के लिए पूरे देश में 200 शाखाओं की पहचान की है। इन शाखाओं में से 24 शाखाएं ऐसी हैं जो एमएसएमई को 10 से 40 करोड़ रुपए तक का लोन दे सकती है। आईओबी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने कहा कि एमएसएमई सेगमेंट से डील करने के लिए बैंक ने आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने 200 शाखाओं के 700 कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया है। इसके अलावा केंद्रीय कार्यालय में एक जनरल मैनेजर की नियुक्ति की है जो एमएसएमई को दिए जाने वाले लोन की पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेंगे।

सभी 3300 शाखाओं से दिया जाएगा लोन
श्रीवास्तव ने कहा कि केवल 200 स्पेशल शाखाएं ही नहीं, बल्कि देशभर में फैली सभी 3300 शाखाओं से एमएसएमई, मुद्रा और अन्य प्रकार के लोन दिए जाते हैं। आईओबी के क्रेडिट पोर्टफोलियो की जानकारी देते हुए श्रीवास्तव ने बताया कि 31 दिसंबर 2019 तक हमारे क्रेडिट पोर्टफोलियो में 72 फीसदी हिस्सा रिटेल, एग्रीकल्चर और एमएसएमई का है जो पिछले साल करीब 64 फीसदी था। उन्होंने कहा कि लगातार फोकस करने के कारण हमने इन सेक्टर की भागीदारी को 64 फीसदी से बढ़ाकर 72 फीसदी किया है। अन्य 28 फीसदी हिस्से में विदेशी लोन समेत कॉरपोरेट एडवांस शामिल हैं।