TTE असली है या नकली अब आप पहचान सकेंगे, जानिए कैसे

    3411

    कोटा। TTE असली है या नकली अब आप पहचान सकेंगे। इसके लिए बस आपको TTE का QR code स्केन करना होगा। ट्रेनों में नकली टीटीई द्वारा यात्रियों की धमकाकर रुपए वसूलने की शिकायतों के बाद अब रेलवे ने टीटीई को QR कोड जारी करना शुरू कर दिया है। प्रायोगिक ताैर पर इसे मुंबई के ठाणे के रेलवे स्टेशन के 18 टीटीई को ये दिए हैं।

    रेलवे में कई स्थानों पर ट्रेन के यात्रियों से नकली टीटीई यात्रियों से वसूली करते थे। इस तरह के कुछ नकली टीटीई पकड़े थे। मामलों पर अंकुश लगाने के लिए रेलवे ने टीटीई के QR कोड तैयार करने का काम शुरू किया। इस QR कोड को स्कैन करके रेल यात्री आसानी से पता कर सकेंगे कि TTE असली है या नकली।

    शुरुआत में कुछ रेलवे में इसे शुरू किया जा चुका है। सबसे पहले मुंबई के ठाणे के टीटीई को ये QR कोड दिए हैं। रेलवे इसे शीघ्र ही दूसरे जोन में भी जारी करेगा। रेल अधिकारियों का कहना है कि ये प्रयोग सफल रहने पर फील्ड में ड्यूटी करने वाले अन्य रेलवे कर्मियों को भी क्यूआर कोड जारी किए जाएंगे।

    कोटा को बेस्ट कैप्ट स्टेशन की शील्ड
    पश्चिम मध्य रेलवे के बेस्ट कैप्ट स्टेशन की शील्ड कोटा को दी जाएगी। शील्ड मुख्यालय जबलपुर में आयोजित समारोह में दिया जाएगा। मेडिकल की शील्ड कोटा व भोपाल को संयुक्त रूप से दी जाएगी। स्टोर की शील्ड के लिए कोटा व भोपाल रेल मंडल को चुना गया है। बैस्ट कैप्ट रैंक के लिए कोटा-वैष्णो देवी कटरा साप्ताहिक ट्रेन को शील्ड दी जाएगी।

    रनिंग रूम के बेहतर रखरखाव के लिए कोटा रेल मंडल के गंगापुरसिटी रनिंग रूम को चुना गया है। एनर्जी कन्जर्वेशन के लिए कोटा के साथ ही जबलपुर मंडल को संयुक्त शील्ड दी जाएगी। शील्ड 6 माह कोटा व 6 माह जबलपुर में रहेगी। बिल रिकवरी के मामले में कोटा व भोपाल को शील्ड मिलेगी। बारां रेलवे स्टेशन को भी अपनी श्रेणी के स्टेशनों में बेहतर माना गया है। सिक्योरिटी की शील्ड कोटा व जबलपुर को संयुक्त रूप से दी जाएगी।