NEET UG: देश में 6 मेडिकल कॉलेज मंजूर, MBBS की 600 से ज्यादा सीटें बढ़ेंगी

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नई दिल्ली। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। देश में 6 नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। इनमें 600 सीटों पर स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलेगा। देश की चिकित्सा नियामक संस्थान एनएमसी यानी नेशनल मेडिकल कमीशन ने 6 नए मेडिकल कॉलेजो को एलओपी दे दी है।

इसके बाद देश में एमबीबीएस की सीटें बढ़कर 1 लाख के पार पहुंच गई हैं। नए खुलने जा रहे छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दो असम और चार आंध्रप्रदेश के हैं। इसके अलावा असम के कोकराझार और नौगांवा मेडिकल कॉलेज को भी अनुमिति दी गई है। दोनों में 100-100 सीटें हैं।

आंध्र प्रदेश के विजयानगरम, नांदयाल, राजमहेंद्रवरम व मछलीपट्टनम को भी लेटर ऑफ परमिशन जारी हुआ है। हालांकि एनएमसी की वेबसाइट पर अब भी 654 मेडिकल कॉलेज दिखाए गए हैं जहां एमबीबीएस की 99763 सीटें बताई गई हैं।

टाइम्स नाऊ वेबसाइट की खबर के मुताबिक एलेन कोचिंग काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने कहा है कि मध्य प्रदेश का सतना और असम का नालबाड़ी मेडिकल कॉलेज कभी भी शुरू हो सकता है। सतना मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के पाठ्यक्रम की 150 सीट निर्धारित हैं। नीट यूजी 2023 की परीक्षा से पहले लेटर ऑफ परमिशन जारी होने की उम्मीद है।

नीट 2022 की काउंसलिंग में 645 मेडिकल कॉलेजों की 97293 एमबीबीएस सीटों पर दाखिला दिया गया था। इनमें करीब 325 सरकारी और 320 डीम्ड व प्राइवेट मेडिकल कॉलेज थे। नीट 2023 के अभ्यर्थियों के लिए देश में एक लाख से ज्यादा मेडिकल सीटें उपलब्ध रहेंगी।

नीट परीक्षा में बड़े बदलाव की तैयारी: नीट यूजी परीक्षा में बड़े बदलाव हो सकते हैं। नेशनल मेडिकल कमिशन ने इसका ड्राफ्ट तैयार कर लिया है और सुझाव मांगे हैं। एनएमसी ने नीट को खुद आयोजित करने या फिर किसी अन्य संस्था के जरिए आयोजित करने का प्रस्ताव रखा है। अभी नीट को NTA कराती है। अगर एनएमसी का प्रस्ताव लागू हो गया है तो एमबीबीएस कोर्स को 9 साल के भीतर पूरा करना ही होगा। पहले वर्ष को पास करने के लिए छात्रों को अधिकतम चार अटेम्प्ट मिलेंगे।