कोटा। जेईई-मेन के तीसरे सेशन की परीक्षा 20 से 27 जुलाई तक हाेगी। इस परीक्षा में 7 लाख से अधिक स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड हैं। वहीं, चौथे सेशन के आवेदन 20 जुलाई तक भरे जाएंगे।
कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा के अनुसार तीसरे सेशन के बाद चौथा सेशन भी बाकी है। ऐसे में मार्क्स सुधारने के लिए समय मिलेगा। जेईई-मेन के प्रत्येक सेशन में डिफिकल्टी लेवल अलग-अलग रहता है। ऐसे में स्टूडेंट्स को एनआईटी में अच्छी ब्रांच प्राप्त करने के लिए मार्क्स की रेंज को टारगेट बनाकर चलना चाहिए।
130 अंकों से ज्यादा लाने पर एनआईटी में एडमिशन की संभावना
240 से 280 अंक: जेईई-मेन की परीक्षा 300 अंकों की होती है। यदि स्टूडेंट 240 से 280 के बीच मार्क्स का टारगेट रखता है तो टाॅप एनआईटी त्रिची, वारंगल, सूरतकल में सीएस ब्रांच में दाखिला मिल सकता है।
220 से 240 अंक : यदि 220 से 240 मार्क्स आते हैं तो टाॅप तीन एनआईटी की सीएस के अलावा अन्य कोर ब्रांचेज, इलाहाबाद, जयपुर, कालीकट, राउरकेला एवं ट्रिपलआईटी इलाहाबाद की सीएस ब्रांच में सीट मिल सकती है।
180 से 220 अंक : यदि स्टूडेंट 180 से 220 मार्क्स लाता है तो टाॅप-7 एनआईटी की अन्य ब्रांचों के साथ-साथ भोपाल, कुरूक्षेत्र, सूरत, नागपुर, दिल्ली की कोर ब्रांचेज के अलावा ट्रिपलआईटी जबलपुर या ग्वालियर की कोर ब्रांच में सीट हासिल कर सकता है।
150 से 180 अंक : 150 से 180 के बीच अंक लाने पर भोपाल, कुरूक्षेत्र, सूरत, नागपुर, दिल्ली की अन्य ब्रांचों के साथ एनआईटी जालंधर, हमीरपुर, दुर्गापुर, जमशेदपुर, शिबपुर, पटना, रायपुर, गोवा, सिल्चर की कोर ब्रांच व ट्रिपलआईटी वडोदरा, गुवाहाटी में एडमिशन मिल सकता है।
130 से 150 मार्क्स: इतने अंकाें पर उपरोक्त एनआईटी के अलावा आंध्रप्रदेश, श्रीनगर, उत्तराखंड, पुड्डूचेरी, नॉर्थ ईस्ट के एनआईटी की कोर ब्रांच के साथ नए ट्रिपलआईटी में एडमिशन मिल सकता है।
100 से 130 मार्क्स: इतने अंकाें पर जीएफटीआई में प्रवेश की संभावना रहती है। हालांकि मार्क्स रेंज कैटेगरी अनुसार बदलेगी। पेपर के डिफिकल्टी लेवल के अनुसार 15 से 20 नंबर का बदलाव होगा।