नागौर। राजस्थान के नागौर जिले की 23 साल की एक विवाहिता के 2-2 प्राइवेट पाट्र्स मिले हैं। महिला की मेडिकल जांच में 2 वेजाइना (योनि), 2 सर्विक्स (गर्भाशय का मुख) और 2 यूट्रस (गर्भाशय) मिले हैं। यह सब देख डॉक्टरों की टीम भी हैरान रह गई। इसकी पुष्टि के लिए बाकायदा 2-2 बार उसकी जांच की गई। उधर, विवाहिता को भी इसकी जानकारी नहीं थी।
2 माह की प्रेग्नेंट इस महिला को ब्लीडिंग होने पर अस्पताल लाया गया। जांच में यह दुर्लभ मामला सामने आया। डॉक्टरों की मानें तो मेडिकल साइंस में इसे ‘यूट्रस डाइडेलफिस’ कहा जाता है। अमेरिका में कुछ समय पहले इस तरह का केस सामने आया था। डॉक्टरों का दावा है कि महिला पूरी तरह स्वस्थ है। ऐसे केस में महिला मां तो बन सकती है, पर गर्भपात की आशंका बनी रहती है। डॉक्टरों की देखरेख में इलाज संभव है।
मेडिकल टेस्ट में हुआ खुलासा:6 महीने पहले ही महिला की शादी हुई है। वह 2 माह की प्रेग्नेंट थी। दो-तीन दिन पहले उसे ज्यादा ब्लीडिंग होने लगी तो इलाज के लिए थांवला के सीएचसी ले जाया गया। यहां डॉक्टर प्रकाश चौधरी ने सोनोग्राफी कराई तो मिसकेरेज का केस सामने आया। इसके बाद महिला का इलाज शुरू हुआ। इस दौरान डॉ. चौधरी हैरान रह गए।
उन्होंने बताया कि मेडिकल जांच में महिला के शरीर में दो वेजाइना, दो सर्विक्स और दो यूट्रस मिले हैं। उन्होंने बताया कि बड़ी बात यह है कि 23 साल की इस महिला को भी जानकारी नहीं है। मिसकेरेज नहीं होता, तो शायद यह मामला सामने ही नहीं आता।
करोड़ों में मिलते हैं एक केस: डॉ. प्रकाश चौधरी ने बताया कि उनकी 10 साल की नौकरी में आज तक ऐसा मामला सामने नहीं आया है। न ही इस तरह के केस सुने हैं। उन्हें जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने अपने सीनियर डॉक्टर को पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यूट्रस डाइडेलफिस नाम की बीमारी है, जो करोड़ों में एक-आध महिला को होती है।