कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आव्हान पर इंडियन रेडक्राॅस सोसायटी द्वारा पाॅवर फाइनेंस काॅर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा सीएसआर मद से किए गए सहयोग से जरूरतमंद लोगों को राशन किट भेंट किए गए।
झालावाड़ रोड स्थित माहेश्वरी भवन में सोसायटी के अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला ने 51 परिवारों को राशन किट भेंट करते हुए कहा कि कोरोना के कई परिवारों का आय अर्जित करने वाला सदस्य चला गया, तो किसी का रोजगार छिन गया। कई लोग अब भी ऐसे हैं जिनका जीवन अनलाॅक के बाद भी पटरी पर नहीं आ सका है। इन लोगों की सहायता करना समाज की जिम्मेदारी है। उसी को पूरा करते हुए जरूरतमंद लोगों को राशन किट वितरित की गई।
उन्होंने समाज के सक्षम वर्ग से भी अपील की अपने घर के आसपास देखें कि किसी परिवार को मदद की आवश्यकता तो नहीं है। ऐसे परिवारों तक सहायता पहुंचाएं और उनको अपने पैरों पर दुबारा खड़ा होने के हरसंभव प्रयास करें। इस अवसर पर भाजपा शहर जिला महामंत्री जगदीश जिंदल, पार्षद सुरेंद्र राठौर, डा. एलएन शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता अशोक मीणा, चेतन नागर आदि भी उपस्थित रहे।
जरूरतमंद परिवारों की मदद: सामाजिक कार्यकर्ताओं ने केशवरायपाटन तथा सुल्तानपुर क्षेत्र में घर-घर जाकर कोरोना के कारण अपनों को खो चुके जरूरतमंद परिवारों को राशन किट भेंट की।
पिछले दिनों संसदीय क्षेत्र के प्रवास पर आए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोरोना पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करने गांव-गांव में गए थे। इस दौरान कई परिवारों की स्थिति अत्यधिक खराब होने की बात उनकी जानकारी में आई थी। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा था कि यह परिवार अब समाज की जिम्मेदारी हैं। समाज के प्रबुद्धजन और सामाजिक कार्यकर्ता इन परिवारों के सामान्य जीवन यापन में सहायक बनेंगे।
उनके इसी आव्हान पर सुल्तानपुर क्षेत्र में जिला परिषद सदस्य प्रेम गोचर, पूर्व प्रधान महेंद्र शर्मा, भाजपा नेता नरेंद्र शर्मा, पूर्व सरपंच प्रकाश मेहरा नंदलाल सुमन, कमलेश वैष्णव आदि ने मूंडला, दीगोद, कंवरपुरा, सुल्तानपुर, बड़ौद, बिनायका, अयाना और इटावा में जरूरतमंद परिवारों के घर-घर जाकर उनको राशन किट भेंट की।
इसी तरह केशवरायपाटन क्षेत्र में पंचायत समिति सदस्य धर्मराज गुर्जर एवं नरेंद्र मीणा ने ग्राम माधोराजपुरा, निमोदा, लेसरदा, अरनेठा, झालीजी का बाराना, गुढ़ा तथा केशवरायपाटन में राशन सामग्री पहुंचाई। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इन परिवारों को आश्वस्त किया कि हर समय उनकी सहायता के लिए तैयार हैं। परिवार के बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की भी व्यवस्था की जाएगी। यदि किसी परिवार में विवाह योग्य बेटी है तो सामूहिक प्रयासों से उसे भी हाथ पीले किए जाएंगे।