मुंबई। निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को बताया है कि उन्होंने मुंबई के बार मालिकों से 4.70 करोड़ रुपए नकद इकट्ठे किए थे और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के निजी सहायक को सौंप दिए थे। ईडी ने शनिवार को यह दावा किया। एजेंसी ने यह दावा भी किया कि मुंबई पुलिस की अपराध खुफिया इकाई (सीआईयू) के पूर्व प्रमुख वाझे ने बार मालिकों और प्रबंधकों को बताया कि यह पैसा ‘नंबर 1’ को और मुंबई पुलिस की अपराध शाखा और सामाजिक सेवा शाखा को जाएगा।
वाझे ने एजेंसी से कहा कि उन्हें पुलिस की जांच के अनेक मामलों में तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख से सीधे निर्देश मिल रहे थे। ईडी ने मुंबई में विशेष मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून अदालत में अपनी रिमांड अर्जी में ये आरोप लगाए थे और देशमुख के सहायकों, उनके निजी सचिव संजीव पलांडे (51) और निजी सहायक कुंदन शिंदे (45) की हिरासत की मांग की थी जिन्हें उसने शनिवार को गिरफ्तार किया था। अदालत ने उन्हें 1 जुलाई तक की ईडी की हिरासत में भेज दिया।
ईडी ने आरोप लगाया, ”वाझे ने कहा है कि उन्होंने दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 के बीच अनेक बार-मालिकों से करीब 4.70 करोड़ रुपए इकट्ठे किए थे और उन्हें अनिल देशमुख के निर्देश पर उनके पीए कुंदन संभाजी शिंदे को जनवरी और फरवरी 2021 के महीनों में दो किस्तों में सौंप दिया था।