कोटा। आईएसटीडी एवं ज्ञान द्वार एजुकेशन सोसायटी कोटा की ओर से “हम तुम और कोरोना’ नामक कार्यक्रम के तहत कोरोना महामारी से जूझते लोगों को घर बैठे डॉक्टर एवं विशेषज्ञों से सवालों के जवाब मिल सकें। इसके लिए इस बार वेबिनार में सीनियर प्रोफेसर एवं एचओडी (निश्चेतना विभाग) डॉक्टर एसपी चितौडा को आमंत्रित किया गया था।
आईएसटीडी कोटा की वाईस चेयरपर्सन सुजाता ताथेड़ ने बताया कि डॉक्टर एसपी चितौडा ने इस अवसर पर श्रोताओं को आह्वान किया कि वे अपने परिवार की सुरक्षा के लिये जल्द से जल्द कोविड टीकाकरण करें एवं ऑक्सीजन सिलेंडर्स को अपने घरों पर अकारण संग्रहण करने से बचें ।
हैप्पी हाइपोक्सिया : चितौडा ने ऑक्सीजन थेरेपी की जानकारी देते हुए बताया कि खून में ऑक्सीजन का सही स्तर कितना होना चाहिए। स्वस्थ व्यक्ति के रक्त में ऑक्सीजन का सैचुरेशन लेवल 94 से 100 फीसदी के बीच होता है। कभी कभी हैप्पी हाइपोक्सिया हो जाता है। इसमें मरीज को ऑक्सीजन की कमी महसूस नहीं होती है और शरीर में कोरोना के लक्षण नहीं दिखते हैं। मरीज को चलने- फिरने और बात करने में दिक्कत नहीं होती है। परन्तु ऑक्सीजन लेवल 90% से कम हो जाता है।
ब्लैक फंगस: उन्होंने बताया कि स्टेरोइड का अंधाधुन्ध इस्तेमाल, बेकाबू मधुमेह जो कि ब्लैक फंगस (black fungus) का बड़ा कारण है। मेडिकल ऑक्सीजन में उपयोग किया गया खराब गुणवत्ता वाला पानी भी इसका जिम्मेदार हो सकता है। सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर या ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की बारीकियों के बारे में भी सबको अवगत कराया।
हम तुम और कोरोना ऑनलाइन सेशंस की सूत्रधार आईएसटीडी कोटा चैप्टर की चेयरपर्सन एवं कोटा ज्ञान द्वार सोसाइटी की संस्थापक अनीता चौहान ने देशवासियों से आपदा के समय में अपने-अपने स्तर पर महामारी से राहत के लिए प्रयास करने का निवेदन किया।
आईएसटीडी हेड ऑफिस दिल्ली के डायरेक्टर डॉ अविनाश चंद्र जोशी एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पुणे से डॉ. योगेश कुमार उपाध्याय ने कहा कि कोटा ज्ञान द्वार एजुकेशन सोसायटी के साथ आईएसटीडी कोरोना महामारी में सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में कोटा चैप्टर को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष स्थान मिला है।