नई दिल्ली। वर्ष 2020-21 में खाद्यान्न उत्पादन नई ऊंचाई छूने वाला है। ताजा आकलन पेश करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने बताया कि चालू फसल वर्ष में खाद्यान्न की पैदावार 30.33 करोड़ टन से भी ऊपर जाने का अनुमान है। इस तरह यह अब तक का सबसे बंपर उत्पादन वर्ष साबित होने वाला है। पिछले फसल वर्ष में खाद्यान्न का उत्पादन स्तर 29.75 करोड़ टन था।
चावल, गेहूं, दाल व मोटे अनाज के रूप में इसका उत्पादन इस वर्ष दो फीसद अधिक का रहेगा। फसल वर्ष की गणना जुलाई से अगले वर्ष जून की होती है। पैदावार वृद्धि में मानसून अच्छा रहने का बड़ा योगदान रहा है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि उत्पादन वृद्धि में किसानों की कठिन मेहनत के अलावा विज्ञानियों के प्रयास व केंद्र सरकार की अच्छी पहल का भी योगदान है।
आंकड़ों के मुताबिक, चालू फसल वर्ष में चावल का उत्पादन 12 करोड़ टन के स्तर को पार कर जाएगा। पिछले वर्ष यह 11.88 करोड़ टन था। इसी प्रकार, गेहूं की पैदावार पिछले वर्ष के 10.78 करोड़ टन के मुकाबले बढ़कर 10.92 करोड़ टन के ऊपर चला जाएगा। मोटे अनाज की पैदावार भी बढ़कर 4.93 करोड़ टन से अधिक होगी। दाल की पैदावार इस वर्ष 2.44 करोड़ टन पहुंचने का आकलन है।
पिछले वर्ष इसका कुल उत्पादन 2.30 करोड़ टन का था। गैर-खाद्यान्न में तिलहन की पैदावार इस बार बढ़कर 3.73 करोड़ टन के स्तर पर पहुंच जाएगी। इसी प्रकार, गन्ने की पैदावार तेज होकर 39.76 करोड़ टन व कपास की पैदावार बढ़कर 3.65 करोड़ बेल्स की हो जाएगी।