मुंबई। शेयर बाजार में बजट के दिन से जारी बढ़त अभी बरकरार है। मजबूत तिमाही नतीजों और भारी विदेशी निवेश के चलते यह आगे भी जारी रह सकती है। ब्रोकरेज हाउसेस ने अगले एक साल में निफ्टी इंडेक्स 16,500 के पार पहुंचने का अनुमान जताया है।
ब्रोकरेज फर्म आनंदराठी इन्वेस्टमेंट सर्विसेस ने अच्छे घरेलू और वैश्विक संकेतों के चलते NSE निफ्टी पर अपना टार्गेट बदलकर 16,500 कर दिया है। पहले यह 15,800 था। इसकी मुख्य वजह विदेशी निवेश, मजबूत घरेलू आंकड़े और उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजे हैं।
भारी विदेशी निवेश: डिपॉजिटरी डेटा के मुताबिक फॉरेन पॉर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) ने 1-12 फरवरी के दौरान 22,038 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इसमें 20,593 करोड़ रुपए इक्विटी मार्केट और 1,445 करोड़ रुपए का निवेश डेट मार्केट में हुआ। जबकि जनवरी में 14,649 करोड़ रुपए का निवेश किया था। क्योंकि विदेशी निवेशक बजट से पहले नर्वस थे। हालांकि, बजट के बाद सेंटिमेंट बदला और निवेशकों ने निवेश बढ़ाया।
मजबूत घरेलू संकेत: जनवरी में रिटेल महंगाई दर मापने वाला कंज्युमर प्राइस इंडेक्स (CPI) 4.06% रहा, जो दिसंबर में 4.59% रहा था। इसकी मुख्य प्रमुख वजह सब्जी सहित खाने-पीने की कीमत में कमी रही। सालाना आधार पर जनवरी में सब्जियों के दाम 15.84% कम हुए। नेशनल स्टैटेस्टिकल ऑफिस (NSO) के मुताबिक दिसंबर में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन इंडेक्स (IIP) भी 1% बढ़कर 135.9 रही। इसके अलावा जनवरी में GST कलेक्शन भी रिकॉर्ड 1.20 लाख करोड़ रुपए रहा।
अच्छे तिमाही नतीजे: निफ्टी इंडेक्स में शामिल प्रमुख कंपनियों ने दिसंबर तिमाही के अच्छे नतीजे पेश किए हैं। तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज को 13,101 करोड़ रुपए और HDFC बैंक को 8,758 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ है। साथ ही ICICI बैंक का प्रॉफिट भी 19% बढ़कर 4,940 करोड़ रुपए रहा। कंपनियों को फेस्टिव सीजन का भी सपोर्ट मिला।
मार्केट एनालिस्ट के मुताबिक कोरोना संक्रमितों के मामले भी लगातार घट रहे हैं। देश में वैक्सीनेशन दूसरा चरण भी शुरु हो गया है। बजट में बैंकिंग सुधार से जुड़े ऐलानों का भी असर रहा। यही वजह है कि बजट की रैली में बैंकिंग शेयरों की महत्वपूर्ण भागीदारी रही।
अगले हफ्ते बाजार में करेक्शन देखने को मिल सकता है
सैमको सिक्योरिटीज में इक्विटी रिसर्च हेड निराली शाह कहती हैं कि शॉर्ट टर्म में शेयर बाजार में हल्की बिकवाली आ सकती है। इसी तरह मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेस में रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि ज्यादा कंपनियां तिमाही नतीजे पेश कर चुकी हैं, ऐसे में मार्केट का ट्रेंड शॉर्ट टर्म में ग्लोबल मार्केट तय करेंगे। हालांकि, सोमवार को मार्केट पर IIP, CPI और WPI के आंकड़ों का असर रहेगा।