पेट्रोल-डीजल के दाम बेलगाम, 15 दिन में 4 रुपये से अधिक महंगा

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नई दिल्ली/कोटा। घरेलू बाजार (Domestic Market) में आज लगातार तीसरे दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आग लगी। सरकारों की मुनाफावसूली नीति से 15 दिन में पेट्रोल और डीजल 4 रुपये से अधिक महंगा हो गया। हम कीमत से ज्यादा पेट्रोल और डीजल पर टैक्स चुका रहे हैं। परन्तु न केंद्र सरकार और राज्य सरकारें टैक्स का बोझ कम नहीं कर रही हैं।सरकारी तेल कंपनियों (Government Oil Companies) ने आज दोनों ईंधनों में 15 और 30 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की।

कोटा में आज पेट्रोल 26 पैसे महंगा होकर 93.76 रुपये और डीजल 32 पैसे बढ़कर 85.81 रुपये प्रति लीटर हो गया। श्रीगंगानगर में पेट्रोल 26 पैसे उछल कर 98.3 रुपये और डीजल 32 पैसे महंगा होकर 89.99 रुपये प्रति लीटर हो गया।दिल्ली में गुरुवार को पेट्रोल 87.85 रुपये प्रति लीटर और डीजल 78.05 रुपये प्रति लीटर पर चला गया। यह सर्वकालिक उच्चतम स्तर (All Time High) है।

04.04 रुपये महंगा हो चुका है पेट्रोल
नया साल पेट्रोलियम ईंधनों (Petroleum Fuels) के लिए अच्छा नहीं रहा है। यूं तो बीते जनवरी और फरवरी में महज 15 दिन ही पेट्रोल महंगा हुआ, लेकिन इतने दिनों में ही यह 04.04 रुपये महंगा हो गया है। मुंबई में तो पेट्रोल 94 रुपये के पार चला गया है जो कि मेट्रो शहरों में सबसे ज्यादा है। इसके साथ ही लगभग सभी शहरों में पेट्रोल All Time High Price पर चला गया। इससे पहले, बीते साल की दूसरी छमाही में भी पेट्रोल के दाम खूब बढ़े। देखा जाए तो बीते 10 महीने में ही इसके दाम में करीब 18 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है।

डीजल भी हुआ 04.16 रुपये महंगा
पेट्रोल के साथ साथ डीजल की कीमत भी रिकार्ड बनाने की राह पर अग्रसर है। कल ही डीजल 25 पैसे चढ़ा था। आज फिर यह 30 पैसे महंगा हुआ है। नए साल में 14 दिनों के दौरान ही डीजल 04.16 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। यह भी सर्वकालिक उच्चतम स्तर (All Time High) पर है। देखा जाए तो पिछले 10 महीने में ही इसके दाम में 15 रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हो चुकी है।

पेट्रोल और डीजल के दाम

शहर का नामपेट्रोल रुपये/लीटरडीजल रुपये/लीटर
दिल्ली87.8578.03
मुंबई94.3684.94
चेन्नई90.1883.18
कोलकाता89.1681.61
कोटा93.7685.81

5 सालों में दोगुनी हुई एक्साइज ड्यूटी से होने वाली कमाई
राज्यों को पेट्रोल-डीजल पर वैट लगाने से होने वाली कमाई 5 साल में 43% बढ़ी है। वित्त वर्ष 2014-15 में इससे होने वाली कमाई 1.37 लाख करोड़ थी जो 2019-20 में बढ़कर 2 लाख करोड़ पर पहुंच गई। कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन के बावजूद चालू वित्त वर्ष 2020-21 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में वैट से 78 हजार करोड़ की कमाई हुई है। पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर एक्साइज ड्यूटी लगाकर केंद्र सरकार ने 2019-20 में 3.34 लाख करोड़ रुपए कमाए। मई 2014 में पहली बार जब मोदी सरकार बनी थी तब 2014-15 में एक्साइज ड्यूटी से 1.72 लाख करोड़ कमाई हुई थी, यानी सिर्फ 5 सालों में ही ये दोगुनी हो गई।

सरकार ने आम आदमी को राहत देने से किया इंकार
पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मंत्रालय ने बुधवार को साफ कर दिया कि केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले टैक्स में कोई कटौती नहीं करेगी। राज्यसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार के पास पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला टैक्स को घटाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर टैक्स बढ़ाना या कम करना सरकार की जरूरतों और मार्केट की स्थिति जैसे कई पहलुओं पर निर्भर करता है।

राजस्थान में सर्वाधिक वैट
राजस्थान सरकार द्वारा जारी एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार 22 मार्च 2020 को पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर मूल्यवर्धित कर (वैट) 4 प्रतिशत की बढ़ाया था। डीजल की कीमतों पर वैट 22 फीसदी से बढ़ा कर 26 फीसदी और पेट्रोल पर 30 से बढ़ाकर 34 फीसदी किया गया था, जो देश में अन्य राज्यों से ज्यादा है। बाद में सरकार ने इसमें दो प्रतिशत की कमी की है।