मंथन: कोटा के व्यापार एवं उद्योग जगत ने हेल्थ पर आधारित बताया बजट

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कोटा। उद्यमियों एवं व्यापारियों की सोमवार को पुरुषार्थ भवन में आयोजित बैठक में वर्ष 2021-22 के बजट पर मंथन किया गया। बैठक में सभी ने अपने अपने ट्रेडों से बजट में पड़ने वाले प्रभाव पर विचार रखे। कोटा व्यापार महासंघ के के अध्यक्ष एवं कोटा डिस्ट्रिक्ट केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष क्रांति जैन ने कहा कि पूरा बजट हेल्थ के फोकस को लेकर बनाया गया है। स्वास्थ के लिए एवं आत्मनिर्भर भारत व डिजिटल भारत बनाने के जो बजट में प्रावधान रखे गए हैं, उससे आने वाले समय में डिजिटल इंडिया की तस्वीर देखने को मिलेगी। मेडिकल क्षेत्र में भारत पूर्ण आत्मनिर्भर बनेगा।

कोरोना प्रभावित छोटे व्यापारियों को नहीं मिली राहत
कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव एवं होटल एवं रेस्टोरेंट व्यवसायी अशोक माहेश्वरी ने बताया कि बजट में कोरोना के कारण पूरी तरह प्रभावित हुए व्यापारियों को किसी भी प्रकार की राहत नहीं दी गई है। बजट में स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए स्वास्थ्य बजट मे 137% की वृद्धि की गई है, जो एक अच्छी पहल है। दी एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल ने कहा कि लघु उद्योगों के लिए बजट में राशि आठ हजार करोड़ से बढ़ाकर 15000 करोड़ कर दी गयी है। साथ ही रेलवे में ऑटोमेटिक सिग्नल प्रणाली को देश में चालू करने का जो प्रावधान रखा उसे देश विकास की ओर अग्रसर होगा।

कोचिंग व्यवसाय को नहीं मिली राहत
एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता एवं सचिव ईशांत अरोड़ा ने कहा कि बजट में ऑडिट सीमा को 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ कर दिया गया है। यह स्वागत योग्य कदम है, लेकिन उसमें 95% कार्य डिजिटल होने की पाबंदी लगाई गई है। मोशन कोचिंग के निदेशक नितिन विजय ने कहा कि बजट में कोरोना काल में सबसे ज्यादा प्रभावित कोचिंग व्यवसाय हुआ। अतः सरकार को बजट में कोचिंग व्यवसाय को बड़ी राहत देनी चाहिए थी। कोचिंग को भी शिक्षण संस्थान का दर्जा मिलना चाहिए था। लेकिन, बजट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया गया है।

एमजी मार्केट व्यापार संघ के अध्यक्ष अनिमेष जैन ने कहा बजट में कोरोना काल में भारी मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों को किसी भी प्रकार की कोई राहत नहीं दी गई है। मेन तलमंडी व्यापार संघ आजाद मार्केट के अध्यक्ष मुकेश भटनागर ने कहा कि बजट में मोबाइल पर 2.5 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी गई, जिससे मोबाइल एवं उसके पार्टस महगे होंगे। आयकर के स्लेब में कोई राहत नहीं दिया जाना निराशाजनक है।

कोटा टाइल्स डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राम मंत्री ने कहा कि बजट में लोहा, स्टील एवं तांबे पर 2.5 प्रतिशत की एक्साइज ड्यूटी कम किए जाने से सभी क्षेत्रों को फायदा होगा। साथ ही 75 वर्ष से अधिक र्वारष्ठ नागरिकों को रिटर्न भरने की छूट देना भी एक स्वागत योग्य कदम है ।सेंड स्टोन,ग्रेनाइट एंड मार्बल उद्योग संघ के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार जैन ने कहा कि कोटा स्टोन एवं सेंड स्टोन के निर्यात को लेकर बजट में कोई नई योजना नहीं दी गई है।

एक्साइज ड्यूटी कम होने से नहीं बढ़ेंगे पेट्रोल के दाम
कोटा डिस्ट्रिक्ट सेंटर हॉस्टल एसोसिएशन के महासचिव एवं पेट्रोलियम व्यवसायी अनिल अग्रवाल ने कहा कि पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी तो कम कर दी गई है, लेकिन सेस लगा दिया गया है, जिससे पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। ऑटोमोबाइल व्यवसायी राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि 15 वर्ष पुराने कमर्शियल वाहनों को स्क्रैप में डाले जाने से ऑटोमोबाइल क्षेत्र में प्रगति होगी।

उद्योगों को नहीं मिली ऋणों में छूट
ग्रामीण उद्योग संघ के अध्यक्ष बीडी मूंदड़ा एवं दी एसएसआई एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष जम्बू कुमार जैन ने कहा कोरोना काल में भारी नुकसान खाने के बाद व्यापार उद्योग जगत ने राहत पैकेज के तहत ऋणों में छूट एवं कार्यशील पूंजी कम ब्याज दरों पर उपलब्ध कराने की मांग की गई थी, जिस पर बजट में कोई राहत नहीं दी गई है।

ट्रस्ट के स्कूल्स को रियायतें देना अच्छा कदम
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने कहा कि सैनिक स्कूल खोलना और ट्रस्ट के स्कूल्स को रियायतें देना अच्छा कदम है। इसके अलावा चिकित्सा व इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट के लिए जो बजट दिया गया है वो भी उचित है। ओवरआल बजट को बेहतर कहा जा सकता है।