बजट मंथन: टैक्स की विसंगतियां दूर करने और कोरोना राहत पैकेज का सुझाव

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कोटा। व्यापार एवं उद्योग जगत की ओर से रविवार को बजट पूर्व मंथन बैठक का आयोजन जीएमए सभागार मे किया। इस अवसर पर दी एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंदराम मित्तल ने कंपनी पर 25 %, पार्टनरशिप फर्म पर 30% और व्यक्तिगत इनकम पर 35 % टैक्स लिया जा रहा है। इसे समान करने का सुझाव दिया। उन्होंने टीडीएस की विसंगतियां भी दूर करने की मांग की है।

कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने व्यापारी कल्याण बोर्ड एवं स्पेशल राहत की घोषणा पर अमल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों पर भारी कर्जा हो गया है, जिससे व्यापार संचालन में भारी परेशानियां आ रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि आने वाले बजट से पूर्व किन-किन व्यवसाय को भारी घाटा हुआ है, सरकार व्यापारियों एवं उद्यमियों के साथ एक बैठक कर राहत पैकेज की घोषणा करे।

महासंघ के महासचिव माहेश्वरी ने बताया कि व्यापार एवं उद्योग एवं हॉस्टल व्यवसाय में चल रही भारी मंदी को देखते हुए हमने लोकसभा अध्यक्ष एवं कोटा बूंदी के लोक सभा सांसद ओम बिरला से भेटकर हमारी समस्याओं से अवगत करवाया था, जिस पर उन्होंने मंथन बैठक कर प्रतिवेदन लिए व्यापार महासंघ को बजट से पूर्व भेजने को कहा था। उसके तहत इस मंथन बैठक का आयोजन किया गया।

जनरल मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा कि जिस तरह से हमारे प्रधानमंत्री एक देश एक कानून पर चल रहे हैं तो व्यापार उद्योग जगत के लिए भी सभी राज्यों में एक ही तरह की टेक्स प्रणाली होनी चाहिए। कोटा होलसेल कन्फेशनरी डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं व्यापार महासंघ के सचिव रमेश आहुजा ने कहा कि कन्फेक्शनरी पर 5% GST करने का सुझाव दिया। दी एसएसआई एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता एवं सचिव ईशांत अरोड़ा ने केंद्र एवं राज्य सरकार से कोटा में बड़े उद्योग स्थापित करने की मांग की।

कोटा में स्टोन पार्क की स्थापना हो
स्टोन मर्चेंट विकास समिति के अध्यक्ष गणेश गुप्ता ने कहा कि कोटा के सेंड स्टोन की विश्व में भारी मांग है पूरे विश्व में कोटा का सैंड स्टोन उच्चतम क्वालिटी का है और इसकी पूरे विश्व में भारी मांग आती है कोटा में स्टोन पार्क की स्थापना एवं स्टोन मार्ट का आयोजन किया जाना चाहिए।

फूड उद्योग लगाने के लिए रियायत मिले
बैठक में रानपुर औद्योगिक क्षेत्र के अध्यक्ष डीसी जैन ने कहा कि कोटा में फूड जोन में उद्योगों की जगह गोदाम बनकर रह गए हैं। सरकार को हाडोती में भारी फसलों के उत्पादन को देखते हुए उद्यमियों को फूड उद्योग लगाने के लिए रियायत एवं प्रशिक्षण देना चाहिए, जिससे यहां पर नए उद्योग स्थापित हो सकें। बैठक में मावा व्यापार संघ के अध्यक्ष भगवान मित्तल, शॉपिंग सेंटर व्यापार संघ के अध्यक्ष हरीश टेकवानी, कोटा टाइल्स डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राम मंत्री ने भी अपने सुझाव रखे।

आयकर एवं जीएसटी की एक ही ऑडिट का सुझाव
बैठक में व्यापारियों एवं उद्यमियों ने आयकर एवं जीएसटी की अलग-अलग ऑडिट की जगह एक ही ऑडिट का सुझाव दिया। ,कोरोना काल में पूरी तरह से लॉकडाउन हॉस्टल ,होटल, पर्यटन उद्योग एवं व्यवसाय को बैंक ऋणो में माफ़ी व रियायतें देने, रियल स्टेट एवं भवन निर्माण सामग्री की टैक्स की दरें कम करने, सरकारी वसूली में रियायत देने की मांग की गई। उद्योगों को रियायती दर पर बिजली देने का भी सुझाव दिया।