नई दिल्ली । भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सभी मर्चेंट ट्रांजैक्शंस के लिए अब ओटीपी अनिवार्य कर दिया है। ई-मेल पर ओटीपी को अस्थाई तौर पर डिसेबल कर दिया गया है। ऐसे में बैंक की सलाह है कि यूजर्स ओटीपी और एसएमएस अलर्ट्स पाने के लिए अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर करा लें।
हालांकि, RTGS सेवा ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 24 घंटे उपलब्ध रहती है, पर आज (26 दिसंबर 2020) कुछ वक्त के लिए बैंक की इंटरनेट बैंकिंग सेवा एक्टिव नहीं रहेगी। ऐस इसलिए, क्योंकि एसबीआई ग्राहकों को और बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अपना CBS ऐप्लिकेशन अपग्रेड करेगा।
यही वजह है आज रात नौ बजकर पैंतालीस मिनट से 11 बजकर 15 मिनट तक इंटरनेट बैंकिंग सेवा उपलब्ध नहीं रहेगी। ये जानकारी खुद बैंक की ओर से शनिवार को दी गई, ताकि ग्राहक इस बात से अनजान रहकर बेवजह में परेशान न हों।
एसबीआई खाते के साथ मोबाइल नंबर रजिस्टर कराना बेहद ही सरल है। यह काम दो तरीकों से किया जा सकता है। पहला- बैंक की शाखा जाकर, जबकि दूसरा- बैंक के आधिकारिक एटीएम में। एसबीआई एटीएम के जरिए मोबाइल नंबर रजिस्टर करने की प्रक्रिया ये हैः
- 1- कार्ड स्वाइप करें। मीन्यू में ‘रजिस्ट्रेशन’ का विकल्प चुनें।
- 2- पिन डालें।
- 3- मोबाइल नंबर रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर जाएं।
- 4- अब जो मोबाइल नंबर रजिस्टर कराना है, उसे भरें। अगर आपने सही नंबर भरा है, तो ‘करेक्ट’ को चुनें।
- 5- आप से एक बार फिर से मोबाइल नंबर मांगा जाएगा। दोबारा उसे भरकर ‘करेक्ट’ पर क्लिक कर दें।
- 6- ये काम करने के बाद एटीएम स्क्रीन पर लिखकर आएगा- “Thank you for registering your mobile number with us.”
- 7- तीन दिनों के भीतर यूजर के पास कॉन्टैक्ट सेंटर से कॉल आ जाता है।
- इसके बाद व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए एक रेफरेंस नंबर भेजा जाता है।
एसबीआई कॉल सेंटर के मुताबिक, कॉन्टैक्ट सेंटर से तीन दिन के भीतर कस्टमर को कॉल चली जाती है। हालांकि, यह भी सलाह दी जाती है कि सुरक्षा के लिहाज आप कॉल सेंटर के व्यक्ति से रेफरेंस नंबर का हवाला देने को कहें।
अगर रेफरेंस नंबर मेल खाए, तभी कॉल जारी रखें। एक बार ये काम हो जाने के बाद आपको अपने पर्सनल डिटेल्स को वेरिफाई कराना होगा और फिर आपके खाते के साथ मोबाइल नंबर रजिस्टर हो जाएगा। इसी संदर्भ में बैंक की ओर से एक कन्फर्मेशन मैसेज भी भेजा जाता है।